मध्यप्रदेश शासन की अभिनव मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में आज पहली ट्रेन हबीबगंज स्टेशन से श्री रामेश्वरम् रवाना हुई। पूर्व उप प्रधानमंत्री और वरिष्ठ राजनेता श्री लालकृष्ण आडवाणी ने इस ट्रेन को विधिवत रवाना किया।
श्री लालकृष्ण आडवाणी ने ट्रेन रवाना करने से पहले तीर्थ-यात्रियों तथा उपस्थित जन-समूह को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोगों को श्रीराम की तरह आदर्श प्रस्तुत करना चाहिये। उन्हें आम लोगों के हित में नित नये अनुकरणीय कार्यक्रम लागू कर सबकी भलाई का मार्ग प्रशस्त करना चाहिये। श्री आडवाणी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में बहुत से कार्यक्रमों में भाग लिया, लेकिन यह एक ऐसा अनूठा कार्यक्रम है, जिसमें उन्हें देव-आराधन की अनुभूति हो रही है। उन्होंने उपस्थित संत-वृंद तथा तीर्थ-यात्रियों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए यात्रियों को यात्रा की सफलता की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि सर्वधर्म समभाव भारतीय संस्कृति का मूल भाव है और मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में सभी धर्मों के तीर्थ-स्थल को शामिल कर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसका सुंदर उदाहरण सामने रखा है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि बुजुर्गों को दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना में शामिल किया जायेगा। अधिक गंभीर बीमारी की स्थिति में उन्हें इसके अलावा बीमारी निधि योजना से सहायता देकर इलाज की सुविधा दिलवाई जायेगी। प्रत्येक जिले में वृद्धाश्रम खोले जायेंगे, जिनका प्रबंध राज्य सरकार करेगी। राज्य में एक ऐसा कठोर कानून लागू किया जायेगा, जिसमें समर्थ संतानों द्वारा माता-पिता की अनदेखी करने पर उन्हें तीन माह की सजा दी जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि एक आयोग द्वारा बुजुर्गों के कल्याण की योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना से उनका एक संकल्प और सपना पूरा हुआ है। बुजुर्ग पूरे सम्मान के पात्र हैं और उन्हीं से हम सभी का अस्तित्व है। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना बुजुर्गों के चरणों में एक विनम्र नमन है। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह एक ट्रेन रवाना होगी और मार्च के अंत तक 60 हजार बुजुर्गों को तीर्थ-यात्राएँ करवाई जायेंगी। आवश्यकता होने पर इससे अधिक लोगों को भी इसका लाभ दिलवाया जायेगा। तीर्थ-यात्रा के दौरान यात्रियों के भोजन, नाश्ते, ठहरने आदि सहित सभी व्यवस्थाएँ की गई हैं। यात्राओं में मंत्रीगण तथा निगम-मण्डल अध्यक्ष भी यात्रियों के साथ जाकर उनकी सुख-सुविधा का ध्यान रखेंगे।
साधु-संतों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी धर्मों के साधु-संतों तथा धर्म-गुरुओं का शाल-श्रीफल और पुष्प-हार अर्पित कर अभिनंदन किया।
इस अवसर पर कामदगिरि पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी रामस्वरूपानंद रामानंदाचार्य ने तीर्थ-यात्रियों को तीर्थ-यात्रा के दौरान किस तरह का आचरण किया जाये, इसके संबंध में मार्गदर्शन दिया।
संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने योजना की मुख्य विशेषताओं के विषय में विस्तार से बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अनेक ऐसी योजनाएँ लागू की हैं, जिनकी न केवल पूरे देश में प्रशंसा की जा रही है, बल्कि उनका अनुकरण भी किया जा रहा है। सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री श्री कैलाश जोशी तथा राज्यसभा सदस्य श्री प्रभात झा ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
पूर्व में श्री महाकालेश्वर मंदिर के ब्राह्मणों ने वेद मंत्रोच्चार किया। सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री अनूप जलोटा ने सुमधुर भजन प्रस्तुत किये जिनका श्रोताओं ने भरपूर आनंद लिया। मध्यप्रदेश-गान का भी गायन किया गया।