भोपाल, अक्टूबर 2014/ कृषि महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आव्हान पर ग्रामीणों ने कृषि-रथ और इस महोत्सव में शामिल होने वाले जन-प्रतिनिधियों का स्वागत हार-फूल के बजाय अनाज देकर किया। पिछले 17 दिन में 3000 क्विंटल से अधिक अनाज एकत्रित हुआ, जिसे आँगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों और महिलाओं के लिये विशेष पोषण आहार में इस्तेमाल किया जायेगा।
पच्चीस सितम्बर से प्रारंभ हुए महोत्सव में कृषि क्रांति रथों ने 19 हजार 271 गाँव का भ्रमण कर कृषकों को खेती की नई तकनीक, कृषि उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के गुर बताये। महोत्सव में 33 लाख 73 हजार से अधिक खसरा-खतौनी और अन्य राजस्व अभिलेख का वितरण किया गया। इस दौरान 29 हजार 278 लंबित नामांतरण और 2636 सीमांकन प्रकरण का निराकरण किया गया। खेतों में 34 हजार 321 स्थाई पम्प कनेक्शन दिये गये। ‘मेरा खेत मेरी-माटी” योजना में 26 हजार 125 कार्य शुरू किये गये।
महोत्सव में विशेष पोषण आहार के लिये ग्रामीणों ने 3161 क्विंटल अनाज का योगदान दिया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने महोत्सव प्रारंभ होने के पूर्व ग्रामीणों का यह आव्हान किया था कि वे इस दौरान होने वाले कार्यक्रम और कृषि क्रांति रथ का स्वागत हार-फूल के बजाय अनाज देकर करें, जिसका उपयोग प्रदेश से कुपोषण समाप्त करने के लिये आँगनवाड़ी केन्द्रों में किया जायेगा।
अब तक महोत्सव में 17 हजार 743 कृषक शिविर लगाये गये। इन शिविर में 14 लाख 59 हजार 397 किसान ने भाग लेकर विभिन्न गतिविधि का लाभ लिया। किसानों को सूरजधारा, अन्नपूर्णा और बीज ग्राम योजना में एक लाख 41 हजार 612 कृषि किट का भी वितरण किया गया। उद्यानिकी विभाग द्वारा लगभग 5 लाख 21 हजार 279 पौध और 3 लाख 87 हजार से अधिक उद्यानिकी किट का वितरण किया गया।
महोत्सव में 2 लाख 86 हजार 696 किसान क्रेडिट-कार्ड भी वितरित किये गये। लगभग 85 हजार 676 स्वाईल हेल्थ कार्ड भी वितरित हुए। मिट्टी परीक्षण के लिये एक लाख 65 हजार 185 से ज्यादा नमूने लिये जा चुके हैं। बलराम तालाब योजना में 4035 से ज्यादा नवीन कार्य शुरू किये। मुख्यमंत्री खेत तीर्थ योजना में कृषकों के 2486 दल का भ्रमण करवाकर 26 हजार 567 किसान को खेती के आधुनिक स्वरूप से परिचित करवाया गया। पशुओं के इलाज और पशुपालन संबंधी शिविर भी लगाये जा रहे हैं। इन शिविर में अभी तक 3 लाख 86 हजार 575 पशु चिकित्सा एवं पशुपालन किट का वितरण हुआ है।