भोपाल, सितम्बर  2014/ ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि पिछले दस वर्ष में मध्यप्रदेश में पॉवर सेक्टर में उल्लेखनीय कार्य किये गये हैं। पॉवर सेक्टर में प्रदेश की देश में आदर्श पहचान बनी है। प्रदेश में घरेलू उपभोक्ताओं को 24X7 बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। फीडर सेपरेशन का बड़ा काम भी राज्य में बखूबी किया गया है। सिंचाई के लिये किसानों को 10 घंटे बिजली दी जा रही है। ऊर्जा मंत्री पॉवर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन पर राष्ट्रीय सेमीनार में बोल रहे थे। दो दिवसीय सेमीनार में देश-विदेश के बिजली क्षेत्र के 75 से अधिक विशेषज्ञ शामिल हो रहे हैं। सेमीनार इंडियन पॉवर मेनेजमेंट अकादमी भोपाल द्वारा किया गया।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली के क्षेत्र में लगातार नई-नई टेक्नोलॉजी आ रही हैं। इंजीनियर इन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें। इसके लिये उनका प्रशिक्षण बेहद जरूरी है। अकादमी का यह प्रयास सराहनीय है। प्रदेश में बिजली के भरपूर उत्पादन से कृषि उत्पादन बढ़ा है। मध्यप्रदेश को पिछले दो वर्ष से कृषि कर्मण पुरस्कार मिल रहा है। बिजली सुधार के प्रयास से प्रदेश का परिदृश्य बदला है। सुधार के प्रयास प्रदेश में लगातार जारी हैं। ट्रांसमिशन लॉस को 3 प्रतिशत पर लाया गया है। एटी एंड सी लॉसेस को 30 प्रतिशत से कम पर लाया गया है। उन्होंने कहा कि बिजली कम्पनी जब लाभ की स्थिति में होंगी, तभी उपभोक्ताओं की माँग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित होगी। प्रदेश में बिजली लाइन को केबल करने, स्मार्ट मीटर, स्काडा प्रणाली की व्यवस्था आदि कार्य भी किये जा रहे हैं।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सेमीनार में चर्चा से जो निष्कर्ष निकलेंगे उन्हें लागू किया जायेगा। ऊर्जा मंत्री ने स्मारिका का विमोचन भी किया। सेमीनार को अकादमी के डायरेक्टर सर्वश्री प्रदीप देव, विनोद कुमार, बिट्स पिलानी के वाइस चांसलर एल.के. महेश्वरी ने भी सम्बोधित किया।

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