भोपाल, सितम्बर 2014/ प्रदेश में मांग की तुलना में बिजली की उपलब्धता ज्यादा हो गई है। इसके चलते किसी भी क्षेत्र में बिजली की कटौती नहीं की जा रही है। चार राज्य को अतिशेष 1450 मेगावाट बिजली की बेंकिग भी की जा रही है। साथ ही 1000 मेगावाट तक बिजली का विक्रय किया जा रहा है।

एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक श्री मनु श्रीवास्‍तव ने बताया है कि प्रदेश में बिजली की माँग की अपेक्षा उपलब्‍धता अधिक होने से कंपनी अतिशेष 1450 मेगावाट तक बिजली हरियाणा, पंजाब, दिल्‍ली एवं पश्चिम बंगाल को बेंकिंग के माध्‍यम से दे रही है।

वर्तमान में किसी भी क्षेत्र में बिजली की कटौती नहीं की जा रही है। पीक अवर्स (सायंकालीन उच्‍चतम मांग) को छोड़कर अन्‍य घंटों में पावर एक्‍सचेंज के माध्‍यम से 500 से 1000 मेगावाट तक बिजली बेची जा रही है। बिजली के इस विक्रय से कंपनी को प्रतिदिन लगभग 4 से 5 करोड़ की राशि प्राप्‍त हो रही है।

प्रदेश में बिजली की मांग वर्तमान में सायंकालीन उच्‍चतम मांग लगभग 6500 मेगावाट के आसपास है। वहीं दिन के अन्‍य घंटों में बिजली की मांग 5000 से 5700 मेगावाट के बीच है। प्रदेश में बिजली की उपलब्‍धता वर्तमान में करीब 7500 मेगावाट है।

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