भोपाल, सितम्बर 2014/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वे स्वयं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 के शिकायतकर्ताओं से बात करेंगे और उनकी शिकायतों के समाधान की जानकारी लेंगे। आज यहाँ मंत्रालय में जनशिकायतों के निराकरण की नवाचारी पहल मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 की कार्य-प्रणाली की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि काल सेंटर में टेलीफोन लाइन्स और अमले की संख्या बढ़ाई जायेगी। प्रमुख विभागों के अधिकारियों की सेवाएँ भी नोडल अधिकारी के रूप में 181 सेवा के बेहतर संचालन के लिये ली जायेंगी ताकि जानकारी चाहने वालों और शिकायतों के निराकरण की स्थिति की तत्काल जानकारी उपलब्ध हो।
मुख्यमंत्री ने 181 में मिलने वाली शिकायतों की प्रकृति की समीक्षा कर विभागों को संस्थागत सुधार करने के निर्देश दिये, जिससे धीरे-धीरे विशेष प्रकृति की शिकायतों की संख्या न्यूनतम हो सके। शिकायतकर्ताओं के प्रकरणों पर तत्काल कार्रवाई करें और निराकरण की स्थिति से शिकायतकर्ता को अवगत करवायें। शिकायतों की संख्या और प्रकृति का विश्लेषण नियमित रूप से जिला कलेक्टरों को उपलब्ध करवाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इससे जिला प्रशासन को प्रकृति विशेष की शिकायतों के निराकरण की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों के कामकाज का आकलन करने में भी यह व्यवस्था मददगार होगी। इससे विभागों को स्वयं सीख लेकर अपनी कार्य-प्रणाली सुधारने की प्रेरणा मिलेगी। इससे यह जानना भी आसान होगा कि किस प्रकार की शिकायतें ज्यादा मिल रही हैं और संबंधित अमला कार्रवाई करने के लिये तैयार रहेगा। श्री चौहान ने 181 हेल्पलाइन कॉल सेंटर से संचालन करने वाले अमले को तनावमुक्त रखने और लगातार प्रशिक्षण देने पर जोर देते हुए कहा कि यह व्यवस्था प्रभावी होगी।
बैठक में बताया गया कि कॉल सेंटर में 300 सीट की व्यवस्था की जायेगी। इससे ज्यादा से ज्यादा काल लिये जा सकेंगे। यह भी बताया गया कि अभी रोजाना 3000 काल आ रहे हैं। इनमें से ज्यादातर हितग्राहीमूलक योजनाओं की जानकारी के लिये हैं और शेष व्यक्तिगत एवं शासन व्यवस्था संबंधी शिकायतों के हैं।