प्रदेश में इस वर्ष अब तक 823.2 मि.मी. वर्षा हुई है, जो सामान्य से 57 मि.मी. अधिक है। प्रदेश के 50 में से 30 जिलों में सामान्य और 15 में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है। पाँच जिले बालाघाट, डिण्डोरी, उमरिया, धार और बड़वानी अभी भी मानसून की बेरुखी के शिकार हैं।

बालाघाट में अब तक सामान्य औसत वर्षा से 289 मि.मी. कम, डिण्डोरी में 240 मि.मी. कम, उमरिया में 327 मि.मी. कम, धार में 139 मि.मी. कम और बड़वानी में सामान्य औसत वर्षा से 180 मि.मी. कम वर्षा दर्ज की गई है। इसके विपरीत कुछ जिलों में मानसून कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहा है। हरदा जिले में अब तक सामान्य औसत वर्षा से 505 मि.मी., होशंगाबाद में 412 मि.मी., बैतूल में 387 मि.मी., सिंगरोली में 432 मि.मी., सीधी में 283 मि.मी., सीहोर में 280 मि.मी., रीवा में 263 मि.मी. और भोपाल जिले में सामान्य औसत वर्षा से 255 मि.मी. अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

फसल हानि

वर्षा से प्रदेश में 36 हजार 690 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल हानि का अनुमान है। वर्षा से सीहोर जिले में 11 हजार हेक्टेयर, देवास में 8951, होशंगाबाद में 11 हजार 624, बैतूल में 1120, छिन्दवाड़ा में 671, खण्डवा में 629 और विदिशा जिले में 2695 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल क्षति का अनुमान है।

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