भोपाल, अगस्त 2014/ प्रदेश में प्रधानमंत्री जन-धन योजना का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान थे। अध्यक्षता विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना गरीबों के अच्छे दिन लाने वाली योजना है। श्रीमती स्वराज ने कहा कि योजना गरीबों के सपनों को साकार करेगी। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान, महापौर श्रीमती कृष्णा गौर आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना गरीबों के लिये वरदान साबित होगी। गरीबों को कर्ज के लिये साहूकारों के चंगुल में फँसने से बचायेगी। आकस्मिक आवश्यकता के समय, उन्हें तत्काल धन मिल सकेगा। योजना के फायदे बताते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं की सहायता राशि हितग्राही के खाते में तत्काल सीधे जमा होगी। बेंक में राशि जमा होने से उसकी सुरक्षा बढ़ेगी। अनावश्यक अपव्यय पर रोक लगेगी। बेंक में पैसा जमा करने पर मिलने वाले ब्याज से पैसे में वृद्धि भी होगी। उन्होंने कहा कि देश में अभी तक उद्योगपतियों को बेंक साख सुविधा देते हैं। किसानों के पास भी क्रेडिट कार्ड हैं। इस योजना में गरीबों को भी 5000 रूपये तक के ओव्हर ड्राफ्ट की सुविधा मिल जायेगी और वह कर्ज के बोझ के तले नहीं दबेगा। उन्होंने बताया कि योजना के प्रभावी संचालन के लिये प्रत्येक पाँच किलोमीटर की परिधि में एक बेंक शाखा की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि योजना के तहत युद्ध-स्तर पर कार्य हो रहा है। प्रदेश में आज तक 10 लाख बेंक खाते खोले जा चुके हैं। केन्द्र सरकार ने जो कहा, वह वो कर रही है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना समृद्धि के मार्ग पर सबको लेकर चलने का सफल प्रयास है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकारें जनता के धन से ही चलती हैं। कल्याणकारी सरकारें जनता के धन को विकास कार्यों और राहत के माध्यम से जनता को लौटाती हैं। प्रधानमंत्री जन-धन योजना जनता का धन जनता को लौटा कर उसके सपनों को साकार करने का प्रयास है। इस अनूठी योजना में खाता खुलने के साथ ही एक लाख रूपये का दुर्घटना बीमा हो रहा है। बेंक खाते में 6 माह तक सफलता से लेन-देन करने पर खातेदार को 5000 रूपये के ओवर ड्राफ्ट की पात्रता हो जायेगी। इस राशि से गरीब छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू करने आदि के सपनों को पूरा कर सकेंगे। महिलाओं की बचत की स्वभाविक प्रवृत्ति को योजना नये आयाम देगी। अब उन्हें छोटी-छोटी बचतें अनाज के डब्बों आदि अन्य स्थान पर छिपाना नहीं पड़ेंगी। वे उसे बेंक में जमा कर सकेंगी। बड़े-बड़े सपनों को पूरा करने में माइक्रो फायनेंस की महत्वपूर्ण भूमिका है। बड़ी-बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं की धुरी छोटी-छोटी बचतें ही हैं। उन्होंने कहा कि इसका स्वरूप कितना व्यापक होगा इसका अनुमान लगाया जा सकता है कि 60 हजार शाखा में औसतन 100 खाते खोले जाते हैं तो कितना पैसा अर्थ-व्यवस्था में आयेगा। योजना न्यूनतम खर्च पर बचत को प्रोत्साहित करेगी। उन्होंने योजना को जन अभियान के रूप में संचालित करने का आव्हान किया है।
योजना के शुभारंभ स्थल समन्वय भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विज्ञान भवन नई दिल्ली में योजना के शुभारंभ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। इस अवसर पर प्रतीक स्वरूप 11 व्यक्तियों को बेंक खाता खोलने की किट्स प्रदान की गयीं।
देश के साथ मध्यप्रदेश में भी प्रधानमंत्री जन-धन योजना शुरू हुई। विभिन्न जिलों में हजारों नागरिकों ने बैंकों में खाते खुलवाए। इंदौर में लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने योजना का शुभारंभ किया। केन्द्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ग्वालियर में योजना का शुभारंभ किया। जनसम्पर्क एवं ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने बैढ़न (सिंगरौली) में योजना की शुरूआत की। दतिया में लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने योजना का शुभारंभ किया।