भोपाल, अगस्त 2014/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य शासन की ओर से निवेशकों को मिलने वाली सेवाओं को लोक सेवा प्रदाय गारंटी अधिनियम के दायरे में लाया जायेगा ताकि निवेशक सेवाओं के प्रति आश्वसत हो जायें। मध्यप्रदेश में आर्थिक विकास की सभी जरूरी अधोसंरचनाएँ पूरी कर ली गई हैं। श्री चौहान बैंगलूरू में उद्योग समूहों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
श्री चौहान वहां से कोयंबटूर पहुँचे और निवेशकों से मुलाकात की। इनमें शिवा टैक्स यार्न के सी. कृष्णकुमार, रंगम्मा स्टील के उपाध्यक्ष के. इलांगो, अन्नामलै इंजीनियरिंग लिमिटेड के प्रबंध संचालक एस. चन्द्रशेखर, आटोप्रिंट मशीनरी मेन्युफेक्चरिंग के प्रबंध संचालक सी.एन. अशोक और केपीआर मिल्स के प्रबंध संचालक पी. नटराज प्रमुख है।
श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की आज देश में चर्चा है। विकास और अर्थशास्त्र से जुड़े विशेषज्ञों के लिये यह आश्चर्यजनक है कि कैसे मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढता राज्य बन गया है। वास्तव में लोगों के विकास और कल्याण के प्रति चिंता और विकास के लिये प्रगतिशील नीतियाँ बनाने और उपलब्ध संसाधनों का कुशलता और दूरदर्शिता के साथ उपयोग करने से प्रदेश में काफी परिवर्तन आया है। सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग और सहायता से सुशासन की व्यवस्थाएँ बनाने से यह परिवर्तन साफ दिख रहा है। निवेशकों को विकास का सहभागी बताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने निवेशकों को अपना सहभागी माना है। विकास में भष्टाचार बड़ी बाधा है। राज्य सरकार ने ऐसे हरसंभव कदम उठाये हैं जिनसे भ्रष्टाचारियों को सबक और कड़ी सजा मिले। अगले एक माह के भीतर सिंगल विंडो सिस्टम का नया और प्रभावी रूप सामने आयेगा। निवेशकों की सभी कानूनी और शासकीय औपचारिकताएँ सिंगल विंडो के माध्यम से एक ही बार में दूर हो जायेगी।
उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिये सबसे जरूरी तत्व है नेतृत्व की स्थिरता और राजनैतिक नेतृत्व में उद्योगों का भरोसा।