भोपाल, अगस्त 2014/ वर्तमान मानसून के दौरान प्रदेश में एक जून, 2014 से अब तक 534.6 मिली मीटर वर्षा दर्ज की जा चुकी है। आज की स्थिति में प्रदेश के 51 में से 32 जिले में सामान्य, 8 में सामान्य से अधिक और 11 जिले में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई है। अति-वृष्टि और बाढ़ से प्रदेश में 44 जन-हानि, 12 पशु-हानि हुई है। इसके साथ ही 1247 मकान को क्षति पहुँची है, जिसमें 279 पूर्णत: नष्ट मकान, 488 गंभीर क्षतिग्रस्त और 480 आंशिक क्षतिग्रस्त मकान शामिल हैं। वर्षा का दौर अभी जारी है।
सामान्य से अधिक वर्षा वाले जिलों में टीकमगढ़, सीधी, खण्डवा, बुरहानपुर, राजगढ़, बैतूल, शिवपुरी और नीमच शामिल हैं। सामान्य वर्षा वाले जिले हैं- गुना, अशोकनगर, हरदा, मण्डला, मंदसौर, कटनी, अनूपपुर, विदिशा, श्योपुर, खरगोन, डिण्डोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, अलीराजपुर, भोपाल, रायसेन, ग्वालियर, सिंगरोली, होशंगाबाद, बालाघाट, सागर, उमरिया, दतिया, बड़वानी, सीहोर, रीवा, सिवनी, छिन्दवाड़ा, शाजापुर, आगर-मालवा, दमोह और इंदौर। कम वर्षा वाले जिलों में शहडोल, झाबुआ, पन्ना, उज्जैन, धार, छतरपुर, मुरैना, सतना, देवास, रतलाम और भिण्ड शामिल हैं।
वर्षा से प्रदेश के बाँधों के जल-स्तर में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। होशंगाबाद जिले के बरगी बाँध में जल-स्तर खतरे के निशान 422.76 के बराबर हो गया है। बारना बाँध का जल-स्तर खतरे के निशान 348.55 के विरुद्ध 347.89 मीटर पर पहुँच चुका है। दिनांक 13 अगस्त को होशंगाबाद में नर्मदा नदी का जल-स्तर 285.75 मीटर, इंदिरा सागर बाँध का 257.94, ओंकारेश्वर बाँध का 189, मोरटक्का (नदी) 156.91, मण्डलेश्वर (नदी) 141.10, खलघाट (नदी) 129.40, बड़वानी-राजघाट 120.45, जोबट बाँध 256.40, मान बाँध 290.90, अपर बेदा बाँध 309.40, सरदार सरोवर बाँध 120.65 और गरुड़ेश्वर बाँध का जल-स्तर 14.62 मीटर था।