भोपाल, जुलाई 2014/ आधुनिक ई.व्ही.एम. मशीन से देश में पहली बार मध्यप्रदेश में होंगे नगरीय निकाय एवं पंचायत निर्वाचन। इन मशीनों में है मल्टी पोस्ट, मल्टी वोट और मल्टी रिजल्ट की सुविधा। एक ई.व्ही.एम. से 8 पद के लिये चुनाव हो सकता है। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव जी.पी. श्रीवास्तव ने यह जानकारी मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में दी। भोपाल में हैदराबाद से 600 नई ई.व्ही.एम. मशीनों की पहली खेप आई है।
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि ई.व्ही.एम. से नगरीय निकाय एवं पंचायत निर्वाचन का फैसला करने के पहले आयोग द्वारा मतदाताओं, निर्वाचन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी और कलेक्टर्स से व्यापक विमर्श किया गया है। इस बार मतदान केन्द्र पर मतगणना नहीं होगी।
कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा कि पत्रकार इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें, जिससे सभी मतदाता नई मशीनों की कार्य-प्रणाली और उनकी खूबियों से अवगत हो सकें। उप सचिव दीपक सक्सेना ने बताया कि ई.व्ही.एम. ट्रेनिंग एण्ड मॉनीटरिंग एप्लीकेशन टूल बनाया गया है। हर जिले में ई.व्ही.एम. स्टोर रूम को एक यूनिक नम्बर दिया गया है। नगरीय निकाय चुनाव दो चरण में और पंचायत चुनाव तीन चरण में होंगे। प्रदेश में लगभग 51 हजार ई.व्ही.एम. के उपयोग का आकलन किया गया है। यह ई.व्ही.एम. विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में उपयोग की गई मशीन से अधिक उन्नत है। इनमें मल्टी पोस्ट, मल्टी वोट और मल्टी रिजल्ट की सुविधा। एक साथ 8 पद का चुनाव हो सकता है। नोटा का भी उपयोग होगा। मशीन में ब्रेल लिपि की भी सुविधा रहेगी। हमेशा बैटरी स्टेटस बतायेगी। मेमोरी कंट्रोल यूनिट और डिटेचेबल मेमोरी मॉडयूल (डी.एम.एम.) में सुरक्षित रहेगी। डी.एम.एम. का एक बार ही उपयोग किया जायेगा। प्रत्येक चुनाव में अलग-अलग डी.एम.एम. मशीन में लगाये जायेंगे।
राज्य-स्तरीय मास्टर ट्रेनर प्रो. संजय दीक्षित ने बताया कि एक कंट्रोल यूनिट के साथ 4 मतदान यूनिट लग सकती है। मशीन चुनाव प्रारंभ और अंत का समय भी बतायेगी। नगरीय निकाय के महापौर-अध्यक्ष, पार्षद और पंचायत के जिला तथा जनपद पंचायत सदस्य एवं सरपंच का चुनाव ई.व्ही.एम. से होगा। पंच का चुनाव मत-पत्र से होगा।