भोपाल, जुलाई 2014/ राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए संविदा फार्मासिस्ट पदों के लिये अपनाई गई प्रक्रिया पारदर्शी और प्रमाणित है। इन पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया एम.पी.ऑनलाइन म.प्र. के माध्यम से जुलाई 2013 को सम्पादित की गई। सूचना के अधिकार के अन्तर्गत एक जानकारी देने में हुई लिपिकीय त्रुटि के कारण भ्रम की स्थिति बनी। मिशन की वेबसाइट पर अंकित जानकारी पूर्णत: सही है।
सूचना के अधिकार के तहत श्री दामोदर विश्वकर्मा को दी गई जानकारी सही है। श्री अभिलाष ताम्रकार को दी गई जानकारी त्रुटिपूर्ण है। शिकायती पत्र में जिन अभ्यर्थी का चयन नहीं होना बताया गया है उन चारों अभ्यर्थी के अंक कट ऑफ मार्क्स से कम हैं इसलिए उनके चयन की पात्रता नहीं बनती।
मिशन डायरेक्टर एन.एच.एम. ने बताया कि एम.पी.ऑनलाइन द्वारा 13 जुलाई 2013 को परीक्षा ली गयी थी। संविदा फार्मास्टिट के 626 पद के लिये कुल 8227 आवेदन-पत्र प्राप्त हुए। प्रदेश के आठ शहर में 31 परीक्षा केन्द्र में ऑनलाइन परीक्षा ली गयी। दिनांक 29 जुलाई 2013 को प्रथम वरीयता सूची प्रदाय की गई, जिसमें 588 आवेदक की चयन सूची थी। इनमें 516 अभ्यार्थी ने जिला स्तर पर दस्तावेज के प्रमाणीकरण के उपरांत पदभार ग्रहण किया। उपलब्ध सूची में 72 पद एवं अनुसूचित जनजाति के रिक्त कुल 38 पद के लिये द्वितीय ऑनलाइन काउंसिलिंग सूची के लिये एम.पी.ऑनलाइन को कहा गया। 72 पदो के विरुद्ध 6 सितम्बर 2013 को कुल 62 पद की चयन सूची प्रदाय की गई।
यह भी उल्लेख किया गया कि अनुसूचित जनजाति के 10 पद द्वितीय काउंसिलिंग के उपरांत रिक्त है। इससे पहली सूची 38 और दूसरी सूची में 10 कुल 48 पद इस श्रेणी में रिक्त रह गये। सूचियाँ एम.पी.ऑनलाइन एवं स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर प्रदर्शित की गई। सूची जारी होने के साथ ही संबंधित जिले द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को प्रेषित भी की गई। उक्त सूची के आधार पर अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का परीक्षण कर नियुक्ति पत्र दिये गये। पूरा विवरण जिलों में उपलब्ध करवाया गया। चयन प्रक्रिया में किसी भी तरह की अनियमितता नहीं हुई है।