भोपाल, जुलाई 2014/ श्रम मंत्री अंतर सिंह आर्य ने कहा है कि प्रदेश में श्रमिकों के हितों का पूरी तरह से ख्याल रखा जायेगा। श्रमिकों का कल्याण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। श्री आर्य भोपाल में श्रमिकों के पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले श्रमिकों के 15 हजार 379 बच्चों की एक करोड़ 43 लाख रुपये की शैक्षणिक तथा शिक्षा प्रोत्साहन योजना का शुभारंभ किया।

श्रम मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने श्रमिकों के हितों में अनेक निर्णय लिये हैं। श्रमिकों की सेवानिवृत्ति की आयु 58 से बढ़ाकर 60 वर्ष की गई है। मध्यप्रदेश की गणना श्रमिकों के कल्याण में काम करने वाले अग्रणी राज्यों में होती है। प्रदेश में संगठित तथा असंगठित क्षेत्र के लाखों श्रमिक के लिये 5 कल्याण मंडल का गठन किया गया है। इन मंडलों के माध्यम से श्रमिकों के लिये कल्याणकारी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। प्रदेश में स्लेट-पेंसिल श्रमिकों, निर्माण श्रमिकों, शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के असंगठित श्रमिकों की भलाई के लिये लगातार कार्य किये जा रहे हैं।

श्री आर्य ने वर्ष 2013-14 के उत्तम श्रमिक पुरस्कार योजना में 14 श्रमिक को, श्रमिक साहित्य पुरस्कार के अंतर्गत 4 श्रमिक को एवं उत्तम अंशदानकर्ता 20 उद्योग को पुरस्कृत किया। जिन उद्योगों को उत्तम प्रबंधन के लिये पुरस्कृत किया गया उनमें फोर्स मोटर्स धार, ग्रेसिम इण्डस्ट्रीज नागदा, जी.ई.आई. भोपाल, रेमण्ड लिमिटेड छिंदवाड़ा, कमर्शियल इंजीनियरिंग एण्ड बाडी बिल्डर्स लिमिटेड जबलपुर, अंनत स्पिनिंग मिल मंडीदीप, इप्का लेबो. रतलाम, सेंचुरी यार्न खरगोन, जे.बी. मंघाराम ग्वालियर, एग्रो साल्वेंट दतिया, सूर्या रोशनी मालनपुर, जे.के. टायर मालनुपर, एम.पी. वीनियर्स बैतूल, आईल मिल इटारसी, डायमंड सीमेंट दमोह, बीना रिफायनरी, सतना सीमेंट, प्रिज्म सीमेंट सतना, ओरियन्ट पेपर मिल शहडोल तथा हुकुमचंद जूट मिल अनूपपुर शामिल हैं।

कार्यक्रम में भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री सुल्तान सिंह शेखावत, इंटक के रामराज तिवारी, प्रमुख सचिव श्रम एम.के. वार्ष्णेय और कल्याण आयुक्त श्रीमती पी. जासेमिन अली सितारा भी मौजूद थीं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here