गुना। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी पराजय के बाद गृह राज्य मध्यप्रदेश में अपने लिए जमीन तलाश रहे पार्टी के महासचिव दिग्विजयसिंह किसानों की पांच मांगों को लेकर गुना कलेक्टोरेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए। कांग्रेस ने उनके समर्थन में सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव भोपाल जिला कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल हुए।
दिग्विजयसिंह के साथ जिला कांग्रेस अध्युक्ष योगेंद्रकुमार, विधायक बेटे जयवर्धन सिंह और जिला पंचायत अध्य,क्ष सुमेरसिंह भी धरने पर बैठे हैं। दिग्विजयसिंह ने कहा कि मांगें पूरी न होन पर उन्हें मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ा है। उन्होंने लापरवाही के लिए जिला प्रशासन को दोषी बताया जबकि कलेक्टर संदीप यादव ने कहा कि किसानों को मुआवजे के तौर पर 62 करोड़ रूपये की राशि वितरित की गई है। लगभग सभी स्थानों पर सर्वे हो चुका है। खाद-बीज भी पर्याप्त मात्रा में मुहैया कराया गया है। इससे दिग्विजयसिंह ने जो मुद्दे उठाए हैं उनमें पिछले साल आई बाढ़ के पीड़ितों को, सोयाबीन फसल खराब होने वाले किसानों को मुआवजा और फसल बीमा के भुगतान का मुद्दा शामिल है। इसके अलावा दिग्गी राजा ने सोयाबीन बीज की किल्लत और सर्वे एवं मुआवजा वितरण न होने का मामला भी उठाया है। गुना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है। ओलावृष्टि का सही तरीके से सर्वे नहीं हुआ है, सैकड़ों गांवो में नुकसान होने के बाद भी किसानों को राहत राशि नहीं मिली है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पीडि़त किसानों से भी अपने हक के लिए सड़क पर आकर आंदोलन करने की अपील की है। श्री सिंह अनशन के दौरान सिर्फ ग्लूकोज व नींबू पानी ही पिएंगे।
दिग्विजयसिंह ने मप्र के व्यापमं घोटाले को लेकर एक फोन नंबर का भी खुलासा किया और कहा कि इस नंबर से आरोपियों से कई बार संपर्क किया गया। घोटाला उजागर होने के बाद से यह मोबाइल नंबर बंद है। श्री सिंह ने कहा कि शिवराजसिंह दोषी हैं इसलिए वे सीबीआई जांच कराने से बच रहे हैं।