भोपाल, दिसंबर 2013/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि जन-संकल्प और दृष्टि पत्र में किये गये वायदों को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के लिये अधिकारी अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करें। कागजी हीरो नहीं बनें। योजनाओं के क्रियान्वयन में जमीनी हकीकत दिखे। उन्होंने अधिकारियों द्वारा पिछले वर्षों में राज्य शासन की योजनाओं को लागू करने में किये गये कार्यों की सराहना की वहीं चेताया भी कि गड़बड़ी करने वाले परिणाम भुगतने के लिये तैयार रहें।

श्री चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के पश्चात मंत्रालय आगमन के पहले दिन अधिकारियों की बैठक लेकर प्रदेश शासन की प्राथमिकताएँ बतायीं। उन्होंने कहा कि गरीब और कमजोर महसूस करें कि यह उनकी अपनी सरकार है। मध्यप्रदेश को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिये सारे संभव प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा को ‘जन-संकल्प 2013’ सौंपा और उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने ‘विजन 2018’ का विमोचन भी किया।

श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार को जनादेश मिला है। लोगों ने भरोसा किया कि हमने बेहतर काम किया है। यह टीम मध्यप्रदेश के परिश्रम का परिणाम है। अब पूरी क्षमता से जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिये काम में जुट जायें। यह जनता का राज है। लोकतंत्र में सारी व्यवस्था आम आदमी के लिये है। मध्यप्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। इसी जिद, जुनून, जज्बे, संकल्प और सपने के साथ कार्य करें।

सौ दिन की कार्ययोजना बनायें

उन्होंने कहा कि तत्काल निर्णय लेकर क्रियान्वित करने वाला प्रशासन हो। जन-संकल्प पत्र हमारा रोडमेप है। अलग-अलग विभाग अपने से संबंधित संकल्पों पर कार्य प्रारंभ करें। समयबद्ध कार्ययोजना बनायें जिसमें तत्काल किये जाने वाले कार्य, एक वर्ष में किये जाने वाले कार्य तथा लम्बी अवधि में किये जाने वाले कार्य की अलग-अलग योजना हो। सभी विभाग सौ दिन की कार्ययोजना बनायें। यह कार्ययोजना एक सप्ताह के भीतर तैयार हो जाये।

आंतरिक विजिलेंस की व्यवस्था करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति रहेगी। व्यापम के ढाँचे में सुधार करें तथा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाये। सभी विभाग अपने यहाँ आंतरिक विजिलेंस की व्यवस्था करें। सत्ता का नाजायज लाभ उठाने की इजाजत किसी को नहीं है। साढ़े सात करोड़ जनता हमारी है और सब हमारे मित्र हैं पर रिश्तेदारी और मित्रता के नाम पर गलत काम किसी भी कीमत पर नहीं होने दें। किसी के दबाव में नहीं आयें। कहीं भी असुविधा होने पर तत्काल मुख्यमंत्री या मुख्य सचिव को बतायें। अच्छी मंशा से निर्णय लें। नीयत साफ है तो राज्य सरकार हमेशा आपके साथ है।

लोगों को बिना परेशानी के सुविधाओं का लाभ मिले

मुख्यमंत्री ने अपनी प्राथमिकताएँ बताते हुए कहा कि लोगों को बिना किसी परेशानी के योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ मिले। सार्वजनिक वितरण प्रणाली में खाद्यान्न, अस्पताल में नि:शुल्क दवाई, तहसील में तुरंत काम, थाने में त्वरित सुनवाई और जाति प्रमाण-पत्र शीघ्र मिले इसके लिये सूचना प्रौद्योगिकी की मदद लें। बिना किसी असुविधा के सभी सुविधाओं का लाभ लोगों को मिले।

फाईल पर निर्णय लेने की समय-सीमा होगी

उन्होंने कहा कि समय-सीमा में फाइलों का निराकरण हो। मुख्यमंत्री से लेकर हर स्तर पर किसी फाईल पर निर्णय लेने की समय-सीमा तय हो। समय-सीमा का उल्लंघन होने पर कार्रवाई की जाये। निर्माण कार्यों की अवधि तय हो। अधिकारियों के दौरे के दिन तय हो। वे जमीनी सच्चाई से वाकिफ होने के लिये दौरे तय करें। कार्यालय में बैठने के दिन भी तय हो। कार्यालय में पहुँचने का समय तय हो।

वर्ष भर का एक्शन प्लान बनायें

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रक्रियाओं का सरलीकरण हो। सारे प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्ष वर्षभर का एक्शन प्लान जनवरी में बनायें। कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिये यह जरूरी है। उन्होंने फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को दिलवाने, गरीब और मध्यम वर्ग के हित में रेत के खनन की नई नीति बनाने की प्राथमिकताएँ बताई। प्रदेश में लघु और कुटीर उद्योगों का जाल बिछाने के लिये युवाओं को तकनीकी ज्ञान, डिजाईन, पूँजी और मार्केटिंग उपलब्ध करवाने, महिला सशक्तिकरण के कार्य, अब तक हुई पंचायतों के फैसलों की समीक्षा, गेहूँ की खरीदी की तैयारी, नर्मदा का पानी मालवा में लाने, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार, जनसुनवाई को प्रभावी बनाने, खाद्य सुरक्षा कानून के तहत नये नाम तेजी से जोड़ने की प्राथमिकता बताई।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिये सब मिलकर काम करें। हमारी प्रतिबद्धता जनता के प्रति है। नीयत में गड़बड़ होगी तो परिणाम भुगतने को तैयार रहें। प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिये सब मिलकर बेहतर कार्य करें। बैठक में मुख्य सचिव श्री डिसा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में स्वच्छ, प्रभावी और जनोन्मुखी प्रशासन उपलब्ध करवाया जायेगा। बैठक में सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। अंत में आभार प्रदर्शन प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन श्री के. सुरेश ने किया।

पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने तीसरी पारी की शुरूआत करते हुए आज यहाँ पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक भी ली और प्रदेश की कानून-व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये। पुलिस महानिदेशक श्री नंदन दुबे एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री पद की तीसरी बार शपथ लेने के बाद पहली बार पुलिस मुख्यालय पहुँचने पर श्री चौहान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

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