भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशिक्षु आई.ए.एस. अफसरों से कहा है कि वे जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण रखें तथा लीक से हटकर जनसेवा के काम करें। श्री चौहान ने राजधानी स्थित प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षु आई.ए.एस. अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में सारी व्यवस्थाएँ लोगों की बेहतरी के लिए हैं। हम संवेदनशील होकर लोगों की सेवा करें तो अपनी जिन्दगी को भी बेहतर बना सकते हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा के माध्यम से आपको देश और जनता की सेवा का मौका मिला है। आपकी कार्य-क्षमता और कर्मठता का लाभ देश को मिलना चाहिए। देश और समाज के प्रति प्रतिबद्धता से काम करें। बड़ा लक्ष्य सामने रखें तो अभूतपूर्व परिणाम मिलेंगे। भौतिक प्रगति के साथ मानसिक शांति भी जरूरी है और मन को शांति उद्देश्यपूर्ण जीवन से ही मिलेगी।
भगवद गीता का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक सेवा में बिना राग-द्वेष के काम करें, अच्छे लोगों के प्रति उदार और दुष्टों के प्रति कठोर बनें। दूसरों की भलाई से बड़ा कोई धर्म नहीं है। अच्छे परिणाम नहीं मिलने या परिस्थितियाँ विपरीत होने पर भी धैर्य रखें। हमेशा उत्साह से भरकर काम करें। सफलता-असफलता के समय निर्विकार रहें। मुख्य सचिव आर.परशुराम ने कहा कि समस्याओं को चुनौती मानकर उनका सामना करें तथा प्रदेश की बेहतरी के लिये योगदान दें। प्रशिक्षु अधिकारियों के प्रशिक्षण का सुनियोजित कार्यक्रम बनाया गया है। इस अवसर पर प्रशासन अकादमी के महानिदेशक राकेश अग्रवाल और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।