भोपाल, सितंबर 2013/ मध्यप्रदेश के परम्परागत हाट-बाजार, जहाँ फिर से गुलजार होंगे, वहीं ग्रामीण उत्पादों में भी नई चमक-दमक जल्द ही नजर आयेगी। प्रदेश के ग्रामीण अँचलों में आजीविका और रोजगार के व्यापक अवसर मुहैया करवाने के लिये चायना की तर्ज पर समग्र प्रयास शुरू हुए हैं। इसी सिलसिले में राज्य आजीविका फोरम और इण्डिया-चायना इकानॉमिक्स एण्ड कल्चरल काउंसिल द्वारा राजधानी में समिट का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वाणिज्य एवं उद्योग तथा ग्रामोद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय मुख्य अतिथि थे। अध्यक्षता पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने की। इस मौके पर चायना एम्बेसी के आर्थिक एवं वाणिज्यिक सलाहकार मिस्टर वांग हैजुन की विशेष मौजूदगी में हाट ऑफ इण्डिया की अवधारणा पर आधारित विजन डाक्युमेंट का विमोचन तथा वेबसाइट और ‘डॉयनामिक मध्यप्रदेश’ लोगो का लोकार्पण भी हुआ।

बताया गया कि परम्परागत ग्रामीण हाट-बाजारों को आधुनिक स्वरूप देने के लिये प्रदेश में मुख्यमंत्री ग्राम हाट-बाजार योजना शुरू की गई है और इसके लिये 300 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इस अनूठी पहल से ग्रामीण उत्पादों के लिये व्यापक बाजार उपलब्ध होगा। 20 से 23 दिसम्बर तक भोपाल में हाट ऑफ इण्डिया के अंतर्गत बॉयर-सेलर्स मीट का आयोजन होगा।

nt-fami� agP � di-font-family:Mangal;mso-bidi-theme-font:minor-bidi’>हजार 500, महिलाओं को छ: प्रकार की बीमारी होने पर 20 हजार तथा दो बच्चों तक कक्षा 9 से 12 वीं के अध्ययन के लिए 100 रुपये प्रतिमाह का लाभ मिलता है।

 

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