भोपाल, सितंबर 2013/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शहडोल संभाग में मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज खुलने से आदिवासी अँचल के विद्यार्थियों को सीधा लाभ होगा। इन कॉलेज में विद्यार्थी चिकित्सा एवं तकनीकी शिक्षा ग्रहण कर डॉक्टर-इंजीनियर बनकर प्रदेश की सेवा कर सकेंगे। श्री चौहान संभागीय मुख्यालय शहडोल में 400 करोड़ की लागत से बनने वाले मेडिकल कॉलेज एवं 25 करोड़ की लागत से बनने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज की आधार-शिला रख रहे थे। इस मौके पर वन राज्य मंत्री जयसिंह मरावी, राज्यसभा सांसद प्रभात झा, विधायक सर्वश्री सुंदर सिंह, बली सिंह और दिलीप जायसवाल भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 1962 के बाद कोई मेडिकल कॉलेज प्रारंभ नहीं हुआ। वर्तमान सरकार ने चिकित्सा शिक्षा के महत्व को देखते हुए पहले सागर में मेडिकल कॉलेज स्थापित किया और अब शहडोल में मेडिकल कॉलेज की आधार-शिला रखी गई है। इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज खुलने से 4000 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिल सकेगा। शहडोल में नर्सिंग कॉलेज प्रारंभ किये जाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं।
चिकित्सा महाविद्यालय में एम.बी.बी.एस. पाठ्यक्रम के 150 छात्र प्रतिवर्ष प्रवेश ले सकेंगे। मेडिकल कॉलेज में 22 विभाग कार्य करेंगे। मरीजों की चिकित्सा के लिए 300 बिस्तर का सर्वसुविधायुक्त अस्पताल भी बनाया जाएगा।