भोपाल, सितंबर 2013/ मध्यप्रदेश में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अक्षरश: पालन करवाया जायेगा। उम्मीदवारों द्वारा निर्वाचन पर किये जाने वाले खर्च पर भी विभिन्न एजेंसियों की निगरानी रहेगी
आयोग ने विधानसभा निर्वाचन के लिये प्रति उम्मीदवार अधिकतम व्यय सीमा 16 लाख रुपये निर्धारित की है। नामांकन वाले दिन से ही अभ्यर्थी को अपने चुनाव खर्च के लिये बैंक में पृथक से खाता खोलना होगा। चुनाव से संबंधित सभी प्रकार के ट्रांजेक्शन इसी खाते से चेक के माध्यम से ही करना होंगे। पार्टी द्वारा प्रदाय राशि को भी इसी खाते में जमा कर उसका उपयोग करना होगा। चुनाव संबंधी बल्क एस.एम.एस. का खर्च संबंधित अभ्यर्थी के खाते में माना जायेगा। एस.एम.एस. के दुरुपयोग की शिकायत पुलिस को की जा सकेगी।
निर्वाचन कार्य के लिये अभ्यर्थी दो निर्वाचन अभिकर्ता नियुक्त कर सकेंगे, जिनमें से एक व्यय संबंधी कार्य के लिये उत्तरदायी रहेगा। निर्वाचन संबंधी विभिन्न गतिविधियों में बच्चों और जानवरों का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। अभ्यर्थियों के लिये व्यय-पंजी तथा शपथ-पत्र में भी संशोधन किया गया है। उनसे संशोधित पंजी का ही उपयोग करने की अपेक्षा की गई है।
निर्वाचन के दौरान जिलों में तैनात बूथ-लेवल अधिकारियों के सहयोग के लिये राजनीतिक दल मतदान केन्द्रवार मतदान केन्द्र अभिकर्ताओं की नियुक्ति कर सकेंगे। मतदान केन्द्र अभिकर्ताओं की नियुक्ति के लिये जल्द से जल्द कार्रवाई करने की अपील राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों से की गयी। मतदान केन्द्र अभिकर्ता फोटोयुक्त मतदाता सूची को शत-प्रतिशत रूप से शुद्ध बनाने के कार्य में बूथ लेवल अधिकारियों को सहयोग करेंगे। निर्वाचन के दौरान हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड, होटल, फार्म हाउस, वित्तीय दलाल, हवाला एजेंट और नाकों पर विशेष निगरानी रखी जायेगी। अवैधानिक रूप से धन के ट्रांजेक्शन, शराब वितरण या मतदाताओं को प्रलोभित करने के लिये किसी भी प्रकार की सामग्री के वितरण पर नजर रखने के लिये प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र स्तर पर चार फ्लाईंग स्क्वाड टीम निरंतर भ्रमण करेगी।
चुनाव अवधि में फ्लाईंग स्क्वाड के नियंत्रण में स्थैतिक सर्विलेंस टीम रहेगी। यह टीम बड़े पैमाने पर नगद/शराब या अन्य वस्तुओं पर निगरानी के लिये चेकपोस्ट पर तैनात की जायेगी। पेड न्यूज पर भी विशेष निगरानी रखी जायेगी। इसके लिये एमसीएमसी टीम का गठन जिला स्तर पर किया गया है। निर्वाचन के दौरान विभिन्न व्यवस्थाओं के लिये 200 सेक्टर बनाये जायेंगे। निर्वाचन संबंधी गतिविधियों की वीडियोग्राफी करवाई जायेगी। इन गतिविधियों में रैली, जन-सभा, नामांकन आदि शामिल है। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये जिलों में वल्नरेनबल एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का चयन किया जा रहा है। इन केन्द्रों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था के साथ माइक्रो प्रेक्षक भी तैनात रहेंगे। इस बार मतदाताओं की सुविधा के लिये मतदाताओं को फोटोयुक्त मतदाता पर्ची भी वितरित करवाई जायेगी। मतदान वाले दिन मतदाताओं की सुविधा के लिये प्रत्येक मतदान केन्द्र पर पेयजल, छाया, प्रकाश आदि की व्यवस्था रहेगी।