भोपाल 24 जुलाई। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मंत्रालय में आठ उद्योग समूह के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। प्रदेश में पूँजी निवेश को बढ़ावा देने के लिये मुख्यमंत्री अब हर सप्ताह सोमवार को उद्यमियों से मिलेंगे। इस दौरान वणिज्य एवं उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मुख्य सचिव आर. परशुराम सहित संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से वन-टू-वन मीटिंग की तथा उनके प्रस्तावों और समस्याओं को सुना। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश भी दिये। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पूँजी निवेश का बेहतर वातावरण बना है। उद्यमियों को हर जायज सहयोग करने को राज्य सरकार तत्पर है। नियमों के तहत जो भी कार्रवाई होना है, तुरंत की जाये। उद्योगों के लिये भूमि लेते समय किसानों के हितों की भी पूरी चिंता की जाये।
श्री चौहान ने कहा कि केप्टिव पावर प्लांट पर अन्य राज्य की तरह विद्युत शुल्क के युक्तियुक्तकरण पर विचार किया जा रहा है। वेट में आई.टी.आर. रिफंड की प्रक्रिया में सुधार को तिमाही करने पर कार्य किया जा रहा है। खनिज उद्योगों के प्रस्तावों पर केंद्र सरकार द्वारा की जाने वाली क्वेरीज का उत्तर समय सीमा में दिया जाये। इसी तरह वन विभाग द्वारा दी जाने वाली अनापत्ति के लिये बैठक समय-सीमा में हो।
बैठक में बताया गया कि पैसिफिक समूह द्वारा जबलपुर जिले में प्रदेश का पहला स्टील प्लांट लगाया जायेगा। मुख्यमंत्री मुलाकात करने वालों में म.प्र. फेडरेशन ऑफ चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज भोपाल के रमेश अग्रवाल, मे. अनिक इंडस्ट्रीज के मनीष सहारा, मे. अभिजीत इंडस्ट्रीज के अभिजीत जायसवाल, विशेष हास्पिटल इन्दौर के डॉ. राजेश कासलीवाल, मे. सांघी इन्फ्रास्ट्रक्चर कटनी के रवि सांघी, मे. राजरतन ग्लोबल वायर इन्दौर के सुनील चौरड़िया, पैसिफिक एक्सपोटर्स लिमिटेड के प्रदीप मित्तल तथा अडानी विलमार नीमच के श्री कृपाकर वार्ष्णेय शामिल थे। बैठक में अपर मुख्य सचिव उद्योग पी.के. दाश भी मौजूद थे।