भोपाल, अगस्त 2013/ मध्यप्रदेश में बाढ़ का प्रकोप काफी हद तक कम हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि अब शासकीय अमले को युद्ध स्तर पर राहत वितरण, स्वास्थ्य सेवा तथा बाढ़ प्रभावितों की आवासीय व्यवस्थाओं में लगाया जाय। श्री चौहान ने निर्णय लिया कि बाढ़ के दौरान बचाव और राहत कार्यों में लगे होमगार्ड के जवानों को पंद्रह दिन का अतिरिक्त वेतन दिया जायेगा तथा अधिकारी-कर्मचारियों को भी प्रशंसा-पत्र दिया जायेगा। श्री चौहान ने बाढ़ की स्थिति तथा राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा उच्च-स्तरीय बैठक में निर्देश दिये कि अब नुकसान के आकलन का काम युद्ध स्तर पर किया जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बाढ़ के दौरान जिस तरह से पुख्ता तथा बेहतर आपदा प्रबंधन किया गया उसी तरह राहत वितरण की भी आदर्श व्यवस्था की जाय। जो गाँव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं वहाँ राशन वितरण, प्रभावित परिवारों के सुरक्षित स्थानों पर रहने और उनके लिये दवाइयों की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाय। पानी उतरते ही फसलों को हुयी क्षति का आकलन किया जाय।
बताया गया कि अब सभी जगहों से पानी का स्तर कम हो रहा है। राहत कार्यों में सेना के चार हेलीकाप्टर का उपयोग किया जा रहा है।