भोपाल, अगस्त 2013/ सम्पूर्ण विश्व में विकास के बढ़ते चरण ने वन और पर्यावरण को बहुत क्षति पहुँचाई है। अधिक से अधिक पौध रोपण द्वारा वनावरण में वृद्धि कर ही चुनौती से निपटा जा सकता है। वन मंत्री सरताज सिंह ने यह बात भारतीय खेल प्राधिकरण परिसर में ‘वन महोत्सव 2013’ का शुभारंभ करते हुए कही। महोत्सव में वन मंत्री, महापौर श्रीमती कृष्णा गौर, अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम गुरुप्रसाद शर्मा और 17 स्कूल के बच्चों ने भारतीय खेल प्राधिकरण के 14 हेक्टेयर क्षेत्र में 2000 पौधों का रोपण किया। बरगद, नीम, पीपल, आँवला, खमेर सहित फलदार वृक्षों के पौधों का रोपण किया गया।
वन मंत्री ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या का निदान वनों से ही संभव है। वृक्ष आर्थिक लाभ, पर्यावरण संरक्षण-संवर्द्धन, जल-संरक्षण, भूमि कटाव रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। वन हैं तो हम हैं। हाल ही में मध्यप्रदेश के शहडोल संभाग के तीन जिलों अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में एक ही दिन में 55 लाख से अधिक पौधे रोप कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया।