भोपाल, मई 2014/ सुनियोजित विकास की दिशा में मध्यप्रदेश ने लम्बी छलांग लगाई है। प्रत्येक गाँव की मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता और आवश्यकताओं के 50 हजार 982 मास्टर प्लान बन गए हैं। यह जानकारी यहाँ योजना, आर्थिकी एवं सांख्यिकी विभाग की समीक्षा बैठक में दी गई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गाँवों के सुनियोजित विकास की दिशा में मास्टर प्लान का निर्माण महत्वपूर्ण कदम है। राज्य की प्रगति सूचकांकों में दिखाई देने के कार्य में आर्थिकी एवं सांख्यिकी जानकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। सभी विभाग सांख्यिकी जानकारियाँ नोडल विभाग को समय पर उपलब्ध करवायें। इसकी कड़ी मॉनीटरिंग की जाए। राज्य में सांख्यिकी कॉडर बनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने मास्टर प्लान बनाने के व्यापक कार्य के लिये विभाग को बधाई देते हुए कहा कि गाँवों के विकास कार्य मास्टर प्लान के अनुसार ही किये जाएं। मास्टर प्लान अनुसार विकास कार्य करवाने वाले विभागों और पंचायतों को पुरस्कृत करने की व्यवस्था भी की जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश आकर्षित करने में मास्टर प्लान अत्यंत उपयोगी होंगे। कॉरपोरेट रेसपॉन्सिबिल्टी के तहत विकास कार्यों में सहभागिता के इच्छुक औद्योगिक घरानों को मास्टर प्लान की जानकारियाँ उपलब्ध करवाई जाए।