भोपाल, अप्रैल 2015/ प्रदेश में ईको पर्यटन विकास की गतिविधियों को विस्तार देने के लिये निजी भागीदारी द्वारा बिगड़े वन क्षेत्रों को विकसित करने की योजना है। मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा इस संबंध में रणनीति तय करने के लिये भोपाल में एक दिवसीय इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया।
मीट में आये निजी निवेशकों ने प्रातःकाल लहारपुर स्थित क्षेत्रों का भ्रमण किया। निवेशकों का मत था कि बिगड़े वन क्षेत्रों को विकसित कर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) जितेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में लगभग 35 लाख हेक्टेयर बिगड़े वन क्षेत्रों में पानी तथा घास की उपलब्धता को विकसित कर इन क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों का विस्तार किया जा सकता है।
मीट में प्रमुख सचिव वन ए.पी. श्रीवास्तव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) नरेन्द्र कुमार और प्रबंध संचालक राज्य पर्यटन विकास निगम अश्विनी लोहानी उपस्थित थे।