भोपाल, सितम्बर 2014/ किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री गौरीशंकर बिसेन की उपस्थिति में आज मंत्रालय में प्रदेश के किसानों की सोयाबीन एवं चना फसलों के उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि एवं आय में बढ़ोतरी के उद्देश्य से देश की प्रतिष्ठित कंपनी रैलिज इंडिया लिमिटेड और टाटा केमिकल्स लिमिटेड के साथ राज्य सरकार द्वारा एम.ओ.यू. किया गया। एम.ओ.यू. पर टाटा केमिकल्स लिमिटेड की ओर से सुबोध श्रीवास्तव बिजनेस हेड और रैलिज इंडिया लिमिटेड की ओर से एन.के. उप्पल, वाइस प्रेसिडेन्ट एग्री सर्विसेस एवं राज्य शासन की ओर से डी.एन. शर्मा संचालक किसान-कल्याण तथा कृषि विकास ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त आर.के.स्वाई एवं प्रमुख सचिव डॉ.राजेश कुमार राजौरा मौजूद थे।
रैलिज इंडिया लिमिटेड द्वारा प्रस्तुत प्रोजेक्ट की कुल लागत 762 लाख रुपये है। प्रोजेक्ट में कृषकों को कृषि तकनीकों के प्रशिक्षण, प्रदर्शन, खेत दिवस, प्रेरणा कार्यक्रमों जैसे घटकों को शामिल किया गया है। इससे किसानों की दक्षता में वृद्धि होगी। प्रोजेक्ट प्रदेश के 5 जिले विदिशा, सागर, दमोह, सीहोर एवं रायसेन के 250 ग्राम में 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में क्रियान्वित किया जायेगा। इससे 25 हजार कृषक लाभान्वित हो सकेंगे। सोयाबीन एवं चना फसल के लिए यह एम.ओ.यू. वर्ष 2014-15 से 2016-17 तक की अवधि में तीन वर्ष के लिए रहेगा। इसके अंतर्गत सीडनेट तकनीक से नोटिफाइड एग्रो क्लाइमेटिक जोन की प्रजातियाँ बोयी जायेगी।
एम.ओ.यू. के अनुसार उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि के साथ-साथ कृषकों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले एवं खेती लाभ का धंधा बने इसके लिए टाटा केमिकल्स लिमिटेड द्वारा मार्केट लिंकेज प्रोक्यूरमेंट, प्रोसेसिंग तथा पेकिंग गतिविधियाँ निष्पादित की जायेगी। टाटा केमिकल्स द्वारा प्रोजेक्ट क्षेत्र के कृषकों से प्रथम वर्ष 5000 मीट्रिक टन चना उपार्जन कर उपार्जित चने का मूल्य संवर्धन ओर पेकिंग की जाकर अपने ‘ब्राण्ड टाटा आई-शक्ति चना दाल एवं बेसन’ के जरिए विपणन किया जावेगा।