भोपाल, अक्टूबर 2014/ राज्य शासन द्वारा 12वीं पंचवर्षीय योजना में अनुसूचित जाति की 595 प्री-मेट्रिक छात्रावास योजना में वर्ष 2014-15 में 36 जिले में 100 बालिका और 79 बालक कुल 179 नवीन प्री- मेट्रिक छात्रावास खोले जा रहे हैं।
इनमें डिण्डोरी में 3 बालिका एवं 2 बालक, भोपाल में 5 बालिका एवं 9 बालक, ग्वालियर में 6 बालिका एवं 7 बालक, शहडोल में 3 बालिका एवं 2 बालक, बड़वानी में 2 बालिका एवं 2 बालक, मुरैना में 4 बालिका एवं 7 बालक, जबलपुर में 3 बालिका एवं 7 बालक, मंडला में 1 बालिका एवं 1 बालक, अनूपपुर में 3 बालिका एवं 3 बालक, सिंगरौली में 3 बालिका एवं 3 बालक, इंदौर में 5 बालिका एवं 7 बालक, भिण्ड में 4 बालिका एवं 6 बालक, शाजापुर में 3 बालिका एवं 5 बालक, सतना में 4 बालिका एवं 6 बालक, सिवनी में 3 बालिका एवं 2 बालक, होशंगाबाद में 3 बालिका एवं 3 बालक प्री-मेट्रिक छात्रावास खोले जायेंगे।
इसी प्रकार देवास में 3 बालिका एवं 2 बालक, छतरपुर में 3 बालिका एवं 2 बालक, रीवा में 3 बालिका एवं 1 बालक, आगर-मालवा में 2 बालक, बैतूल में 4 बालिका, छिंदवाड़ा, दतिया, उज्जैन, धार, बुरहानपुर, सीहोर और सागर में तीन-तीन बालिका, रतलाम, सीधी, विदिशा, पन्ना में दो-दो बालिका छात्रावास खुलेंगे। शिवपुरी, राजगढ़, टीकमगढ़ और कटनी में एक-एक प्री-मेट्रिक बालक-बालिका छात्रावास खोले जायेंगे। सभी प्री-मेट्रिक छात्रावास जिला मुख्यालय पर खोले जा रहे हैं। छात्रावासों के लिये अधीक्षक, रसोइया, चौकीदार, भृत्य के सभी पद संविदा पर भर्ती किये जायेंगे। स्वीपर का पद अंशकालिक रहेगा।