भोपाल, जुलाई 2014/ बच्चों के लिए माँ का दूध जरूरी है। इसके प्रति जागरुकता लाने के लिए प्रदेश भर में एक से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जायेगा। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ग्वालियर में इस सप्ताह का शुभारंभ करेंगी। श्रीमती सिंह ने आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में कहा कि स्वस्थ एवं समृद्ध मध्यप्रदेश के लिए जरूरी है कि हमारे बच्चे स्वस्थ रहें। इसलिए नवजात शिशु को जन्म के एक घंटे बाद से 6 माह तक सिर्फ और सिर्फ माँ का ही दूध पिलायें।
श्रीमती माया सिंह ने अपने पत्र में कहा कि प्रत्येक माँ को जागरूक बनाने में आँगनवाड़ी कार्यकर्ता की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे लोगों में विशेषकर महिलाओं में जागरूकता लायें कि हर बच्चे को जन्म के तुरंत बाद से 6 माह तक माँ काही दूध दिया जाये। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि इस संबंध में निरंतर प्रयास किये जाना चाहिए और उचित समय पर गर्भवती और उसके परिवारजन को माँ के दूध के महत्व के बारे में जानकारी और समझाईश दे।
विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान गर्भवती एवं प्रसव के बाद वाली महिलाओं के साथ ही आमजन के बीच नवजात शिशु को माँ का दूध कितना जरूरी है इसके बारे में जानकारी दी जायेगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार जन्म के एक घंटे के अन्दर और निरंतर 6 माह तक केवल माँ का दूध बच्चे को देने से उसका जीवन न केवल सुरक्षित रहता है बल्कि वह स्वस्थ और पुष्ट होता है।
विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान पूरे प्रदेश में कार्यशालाओं के अलावा शासकीय महाविद्यालयों में आयोजन किये जाएँगे। सप्ताह के दौरान 1 से 7 अगस्त की अवधि में महाविद्यालयों में केवल छात्राओं के लिए क्विज प्रतियोगिता होगी। क्विज के 6 चरण होंगे। प्रश्नोत्तर को पॉवर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के रूप में तैयार किया गया है। क्विज जीतने वाली छात्रा को पुरस्कृत भी किया जायेगा।
जागरूकता लाने के लिए मीडिया कार्यशाला भी होगी। कार्यशाला में मीडिया प्रतिनिधियों को माँ के दूध का महत्व और बाल जीविता के बारे में बताकर इसके बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार का आग्रह किया जायेगा।