भोपाल, नवम्बर 2015/ निःशक्तजनों के पुर्नवास एवं उत्थान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए होशंगाबाद जिले को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 3 दिसम्बर को नई दिल्ली् के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में जिला कलेक्टर संकेत भोंडवे को यह पुरस्कार प्रदान करेंगे।
होशंगाबाद जिले में निःशक्तता के क्षेत्र में ‘उमंग’ नाम से विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यक्रम एवं गतिविधियां संचालित की गईं। इनके सकारात्मक परिणामों के कारण भारत सरकार ने होशंगाबाद जिले का चयन उत्कृष्ट जिले के रूप में किया है।
होशंगाबाद में निःशक्तजनों को स्वावलंबी बनाने एवं उनका परिवार बसाने के उद्देश्य से विकास खंड स्तर पर उनका परिचय सम्मेलन कर 51 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसमें खुद शामिल होकर जोड़ों को शुभकामनाएं दीं। सामाजिक संस्थाओं एवं अटल बाल पालकों ने धर्म माता पिता बनकर कन्यादान किया और नव दंपतियों को उपहार प्रदान किए। ये धर्म माता पिता आज भी उन जोड़ों की अतिरिक्त रूप से वित्तीय सहायता करने के साथ ही अन्यन सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर रहे है। विवाह सम्मेलन में मुस्लिम जोडों का निकाह भी कराया गया। निःशक्त जोडों को शासन द्वारा 50-50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि दी गई। कार्यक्रम स्थल पर ही उनके आधार कार्ड, जन धन योजना में बैंक खाता, रूपी कार्ड एवं अन्य शासकीय योजनाओं में पात्रतानुसार सहायता स्वीकृति आदेश दिए गए। जिले में अब तक ऐसे 101 विवाह कराए गए हैं। निशक्तजनों को स्वावलंबी बनाने एवं आजीविका मुहैया कराने के लिए रोजगार मेले लगाए गए।
इस अभिनव कार्यक्रम की सफलता से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री ने निःशक्त जन विवाह के लिए दी जाने वाली अनुग्रह राशि 25 से बढाकर 50 हजार रुपए करने और प्रदेश के सभी जिलों में निःशक्तजन विवाह सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की। होशंगाबाद कलेक्टर संकेत भोंडवे म.प्र. कैडर के 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें 2011 में निःशक्तता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार दिया जा चुका है। उन्होंने Roadmap to IAS और Know Your India नामक पुस्तकें भी लिखी हैं।