भोपाल, जून 2015/ केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सड़कों को दुर्घटना-मुक्त बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाये। गलत डिजाइन, त्रुटिपूर्ण डीपीआर या निर्माणगत अन्य किसी लापरवाही से राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटना से हुई मौत को गंभीरता से लिया जायेगा। ऐसे प्रकरणों में जिम्मेदार व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज कराई जाए। दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सुधार के लिये केन्द्र सरकार राशि उपलब्ध करवाने के लिये तैयार है। सड़क निर्माण में नवाचार को प्रोत्साहित किया जाए।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों से जिलों, धार्मिक-स्थलों, पिछड़े क्षेत्रों को जोड़ना राष्ट्रीय राजमार्गों को आपस में लिंक करना तथा अधिक यातायात वाली सड़कों को फोर-लेन बनाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य सड़क विकास निगम द्वारा की गयी समयबद्ध लक्ष्यपूर्ति को दृष्टिगत रख सड़क विकास के लिये निगम को 5000 करोड़ तक के कार्य देने पर सहमति जतायी।
श्री गडकरी ने पेट्रोल-डीजल के विकल्प, जैसे- एथेनाल, बॉयो डीजल, बॉयोगैस तथा विद्युत-चलित वाहन को प्रोत्साहन देने की जरूरत बतलायी। कहा कि शहरों में मानव-चलित रिक्शा के स्थान पर ई-रिक्शा उपलब्ध करवाये जायें। क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों की कार्य-प्रणाली को सरल, सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित तथा पारदर्शी बनाएं। प्रदेश के बस-स्टेण्डों को एयरपोर्ट जैसा व्यवस्थित और अत्याधुनिक बनाने के लिये एशियन डेव्हलपमेंट बेंक से वित्तीय सहायता लेने के प्रयास किये जा रहे हैं। यह कार्य भी प्रदेश में शीघ्र शुरू किया जायेगा।
बैठक में शिवपुरी-देवास, रीवा-कटनी-जबलपुर, इंदौर से गुजरात सीमा तक चल रहे सड़क निर्माण कार्य की समीक्षा की गयी। केन्द्रीय मंत्री ने ओबेदुल्लागंज से बैतूल, ग्वालियर-झाँसी तथा भोपाल-ब्यावरा मार्ग पर काम कर रही निर्माण कम्पनियों को कार्य पूर्ण करने के लिये एक हफ्ते में निश्चित कार्य-योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।