भोपाल, अक्टूबर 2014/ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आज निवेशकों और समिट में आये प्रतिनिधियों को मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापक प्रयोग के लिये अपनाई गई विधियों की जानकारी दी गई। दो सत्र ‘इनेबलिंग हेल्थ केयर इन्फ्रा-स्ट्रक्चर सर्विस डिलीवरी एफीशियेन्सी’ और ‘रिवाल्यूशनाइजिंग हेल्थ केयर थ्रू आय टी’ को प्रमुख सचिव श्री अजय तिर्की, स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल, स्वास्थ्य संचालक श्री नवनीत कोठारी के अलावा विषय-विशेषज्ञों ने संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश के इच्छुक उद्यमियों को राज्य सरकार द्वारा लागू किये गये लाभकारी प्रावधानों के बारे में भी बताया गया।
प्रमुख सचिव श्री तिर्की ने बताया कि मध्यप्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ कव्हरेज के जरिये बिना किसी भेदभाव के सभी नगरों और ग्रामों में हर व्यक्ति को नि:शुल्क दवाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं। सरदार वल्लभ भाई पटेल योजना, जननी सुरक्षा योजना, जननी एक्सप्रेस, गौरवी केन्द्र, ममता अभियान आदि के माध्यम से नागरिकों की स्वास्थ्य रक्षा का कार्य किया जा रहा है। अस्पतालों में चिकित्सकीय जाँच, पौष्टिक भोजन और रोगियों को परिवहन के लिये पूरी सहायता दी जाती है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सीयूजी सिम प्रदान की गई हैं, जिससे वह सुदूर ग्रामों में किसी रोग के लक्षण एक व्यक्ति में मिलने पर भी उसकी सूचना तत्काल सेक्टर प्रभारी चिकित्सक को देते हैं। इससे प्रभावित क्षेत्र में मेडिकल टीम भेजकर तत्काल उपचार प्रारंभ किया जाता है। ग्राम आरोग्य केन्द्रों में भी आवश्यक दवाएँ उपलब्ध करवाई गई हैं। प्रमुख सचिव ने बताया कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा में कुशल मानव संसाधन तैयार करने पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
प्रथम सत्र के संचालक स्वास्थ्य आयुक्त श्री पंकज अग्रवाल ने जानकारी दी कि फार्मास्युटिकल उद्योग की स्थापना के लिये भी मध्यप्रदेश में विशेष पेकेज की व्यवस्था है। बॉयो-टेक्नालॉजी के प्रयोग की स्थिति में प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है। स्वास्थ्य संचालक श्री नवनीत कोठारी ने द्वितीय सत्र का संचालन किया।
दोनों सत्र में विषय-विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखे। श्री राजेश जैन ने पीपीपी में इस क्षेत्र में कार्य विस्तार की संभावनाएँ बताई। श्री रवि भंडारी, अहमदाबाद ने टेली मेडिसिन के क्षेत्र में हो रहे कार्यों का विवरण दिया। सुश्री तरंग ज्ञानचंदानी, सीईओ जसलोक अस्पताल, मुंबई ने चिकित्सा क्षेत्र में आवश्यक अधोसंरचना और रोगी की सुरक्षा के महत्व की जानकारी दी। नर्मदा अस्पताल समूह के डॉ. राजेश शर्मा ने ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों के एनीमिया से प्रभावित होने की समस्या पर प्रकाश डाला और इसके लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रारंभ अभियान की सराहना की। सुश्री शबनम सिंह ने नर्सिंग प्रशिक्षण और डॉ. रघुरमन ने चिकित्सा क्षेत्र में अमृता इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंसेस द्वारा दिये जा रहे योगदान की जानकारी दी।