भोपाल, अप्रैल 2015/ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए नाट्य मंचन एक महत्वपूर्ण माध्यम है। नाटक के माध्यम से जनता को विभिन्न रोगों से बचाव के लिए शिक्षित करने का कार्य बेहतर तरीके से हो सकता है।
दतिया में संस्कृति और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से थैलेसीमिया जागरूकता पर आधारित नाटक ‘रक्तदोष’ का मंचन किया गया। मंचन के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कलाकारों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए नाट्य मंचन एक महत्वपूर्ण माध्यम है। नाटक के माध्यम से जनता को विभिन्न रोगों से बचाव के लिए शिक्षित करने का कार्य बेहतर तरीके से हो सकता है।
शरीर में रक्त न बनने की यह विकृति रोगी को थैलेसीमिया माइनर से प्रभावित माता-पिता के कारण मिलती है। पति और पत्नी में से यदि कोई एक थैलेसीमिया माइनर से प्रभावित है तब यह रोग आने वाली संतान में नहीं आता। पति और पत्नी दोनों के ही थैलेसीमिया माइनर से प्रभावित होने की दशा में संतान के थैलेसीमिया मेजर रोग से प्रभावित होने की आशंका बढ़ जाती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रोग के नियंत्रण और रोकथाम के लिए जागृति की यह शुरूआत सराहनीय है। नाटक का निर्देशन सुश्री कविता इसरानी ने किया।