भोपाल, मई 2015/ राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन (ग्रामीण) मध्यप्रदेश द्वारा स्वच्छ मध्यप्रदेश मिशन अंतर्गत एक-दिवसीय राज्य-स्तरीय कार्यशाला 23 मई को की जा रही है। एम.पी. टास्ट और डीएफआईडी के सहयोग से इस कार्यशाला का शुभारंभ पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा सामाजिक न्याय मंत्री गोपाल भार्गव करेंगे। कार्यशाला में सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय, भारत सरकार विजयलक्ष्मी जोशी विशिष्ट अतिथि होंगी। अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास अरुणा शर्मा करेंगी।
राज्य कार्यक्रम अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) श्रीमती हेमवती वर्मन ने बताया कि इस आयोजन में सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मध्यप्रदेश संजीव कुमार झा, वॉटर एड के नीरज जैन, बीकानेर (राजस्थान) की तत्कालीन कलेक्टर एवं वर्तमान में मैनेजिंग डॉयरेक्टर जे.डी.व्ही.व्ही.एम.एल. आरती डोबरा, उप सचिव स्वच्छ भारत मिशन भारत सरकार निपुण विनायक, नाडिया वेस्ट बंगाल के अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी दीपांजन भट्टाचार्य और रायगढ़ (छ.ग.) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीलेश क्षीरसागर विशेष तौर से भागीदारी करेंगे।
उदघाटन सत्र में राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में स्वच्छ भारत मिशन पर चर्चा होगी। इस दौरान स्कूल शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश द्वारा शालाओं में स्वच्छता और शौचालय निर्माण गतिविधियों पर प्रजेंटेशन दिया जायेगा। प्रदेश में स्वच्छता के लक्ष्यों को प्राप्त करने की स्थिति, चुनौतियों एवं रणनीति पर भी विमर्श होगा। साथ ही समुदाय आधारित स्वच्छता तथा स्वच्छता से संबंधित देशव्यापी गतिविधियों तथा विशिष्ट प्रयासों और नवाचारों के संबंध में अनुभवों को आपस में साझा किया जायेगा।
दूसरे सत्र में यूनिसेफ, एम.पी. टास्ट और विश्व बेंक द्वारा स्वच्छता के संबंध में संचालित विशेष गतिविधियों और अभियान पर प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा। कार्यशाला में स्वच्छता से संबंधित मुख्य चुनौतियों और उनके समाधान के संबंध में समूह चर्चा भी होगी। जिला स्वच्छता कार्य-योजना निर्माण के संबंध में विभिन्न समूह द्वारा कार्य सम्पादन किया जायेगा। अंतिम सत्र में कार्य-योजना पर प्रस्तुतिकरण होगा और भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी।
कार्यशाला में प्रदेश की जिला और जनपद पंचायतों की नव-निर्वाचित महिला अध्यक्ष, सभी जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक और स्वच्छ भारत मिशन में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विकासखण्डों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ब्लॉक समन्वयक और स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि भी भागीदारी करेंगे।