भोपाल, जून 2015/ नवकरणीय ऊर्जा एवं जनसंपर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि पृथ्वी पर कोयले के भण्डार सीमित हैं। अत: सौर, बॉयोमॉस, पवन, जल, विद्युत को ही ऊर्जा का प्रमुख स्रोत बनाना होगा। रीवा में सौर ऊर्जा का बेहतर उपयोग होगा और आने वाले दिनों में रीवा नगर के हर घर की छत पर सोलर पेनल लगे हुए होंगे। ऊर्जा मंत्री रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज में 100 किलोवॉट क्षमता के सोलर पॉवर प्लांट की आधारशिला रखने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थापित होने वाले सोलर पॉवर प्लांट एवं सिरमौर रोड पर स्थापित की जाने वाली स्ट्रीट लाइट पर कुल 2.25 करोड़ की राशि खर्च की जायेगी। कार्यक्रम में सांसद जनार्दन मिश्रा भी मौजूद थे।

मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सौर ऊर्जा के बेहतर उपयोग के लिये आगामी 5 वर्ष की योजना तैयार की गयी है। आने वाले 5 वर्ष में प्रदेश में सौर ऊर्जा से 20 हजार मेगावॉट बिजली पैदा की जायेगी। टाटा पॉवर एजेंसी को सोलर पेनल लगाने का कार्य सौंपा गया है। नवकरणीय ऊर्जा मंत्री ने निर्माण एजेंसी से कहा कि वे समय-सीमा में पूरी गुणवत्ता के साथ कार्य करे। रीवा में स्थापित किये जाने वाले सोलर पॉवर प्लांट से 400 यूनिट बिजली प्रतिदिन उत्पादित होगी। रीवा के सिरमौर रोड के 3.5 किलोमीटर पथ की स्ट्रीट लाइट पर 120 पोल एवं 240 एलईडी लाइट लगायी जायेंगी। संयंत्र से उत्पादित विद्युत को सीधे नेट मीटरिंग प्रणाली के अंतर्गत ग्रिड में प्रवाहित किया जायेगा।

रीवा की महापौर ममता गुप्ता ने रीवा में सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना को विकास का एक बड़ा कार्य बताया। इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डी.के. सिंह ने कहा कि यह प्लांट रिसर्च करने वाले टीचर्स एवं रीवा यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के लिये महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।

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