भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी के समीप सीहोर जिले के शेरपुर में 300 करोड़ की लागत से स्थापित होने वाले निजी क्षेत्र के रेल इंजिन बनाने वाले पहले कारखाने की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश की हर उन संभावनाओं को तलाशा जा रहा है जिससे प्रदेश के विकास को गति मिले तथा रोजगार के अधिकाधिक अवसर प्राप्त हो सकें। सरकार की इसी सोच तथा प्रयासों के चलते मध्यप्रदेश ने आर्थिक और सामाजिक विकास में नये आयाम स्थापित किए हैं। हमने मध्यप्रदेश को एक विकसित राज्य बनाने का जो सपना देखा था वह अब सजीवता के काफी नजदीक पहुँचा है। इसके पीछे साफ सुथरी नीयत, पारदर्शी नीतियाँ और बुनियादी ढाँचे के विकास की ओर ईमानदारी से किए जा रहे प्रयासों ने अहम भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले चार-पाँच साल के दौरान प्रदेश का आर्थिक विकास एक बदले हुए रूप में सामने आएगा। पिछले कुछ सालों से मध्यप्रदेश ने देश-विदेश के निवेशकों को काफी लुभाया है जिसके पीछे प्रदेश की भौगोलिक स्थिति तथा खासकर एक स्थाई संवेदनशील और जनहितैषी सरकार मुख्य आधार रही है। केबिनेट ने मध्यप्रदेश के नये औद्योगिक क्षेत्रों को मंजूरी दी है। इसके साथ ही ग्यारह मौजूदा औद्योगिक क्षेत्रों का स्तर सुधारने के लिए भी राशि मंजूर की गई है। जी.आई.एस. के जरिये आने वाले सालों के दौरान गैर पारंपरिक तथा रोजगार देने वाले क्षेत्रों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कारखाने के सफल होने की कामना करते हुए कहा कि यह प्रदेश के विकास को नई पहचान देने में कामयाब होगा। कारखाना क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रदेश में उद्योगों के लिए तैयार किये गये अनुकूल माहौल को उद्योग जगत ने भी माना है। सीहोर जिले की औद्योगिक संभावनाओं को देखते हुए भविष्य में अन्य कारखाने भी इस क्षेत्र में आएंगे।
राजस्व मंत्री करणसिंह वर्मा ने कहा कि इछावर विधानसभा क्षेत्र को पिछले वर्षों के दौरान अनेक सौगातें मिली हैं। इसी कड़ी में यह कारखाना एक बड़ी सौगात है जो 1800 व्यक्तियों को सीधे रोजगार देने के साथ दस हजार से अधिक परिवारों को रोजी रोटी से जोड़ेगा। अमेरिका के उद्योगपति सीहोर में धन लगा रहे हैं यह बात बताती है कि प्रदेश में उद्योगों के लिए सकारात्मक माहौल है।
शुरूआत में दौलतराम इंडस्ट्रीज के मैनेजिंग डायरेक्टर सी.पी.शर्मा और चेयरमेन एन.आर.ई.सी. अमेरिका स्टीवन लारेन बील ने कारखाना की जानकारी दी। कंपनी द्वारा जिला सीहोर के शेरपुर में ‘डीजल एण्ड इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स एवं पार्टस मेन्यूफेक्चरिंग’ उत्पाद हेतु 23 अक्टूबर, 2010 को खजुराहो समिट-2 में एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किया गया था। इकाई की परियोजना लागत रुपये 210 करोड़ प्रस्तावित है। इसमें से 151.45 करोड़ का स्थाई पूँजी निवेश एवं 58.55 करोड़ कार्यशील पूँजी प्रस्तावित है। कारखाना में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1800 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध करवाया जाना प्रस्तावित है।
उल्लेखनीय है कि भारत में अभी डीजल लोकोमोटिव्स इंजनों का निर्माण चितरंजन एवं वाराणसी में सरकारी उपक्रमों (कारखानों) में होता है। प्रायवेट सेक्टर में सीहोर जिले में प्रस्तावित उद्योग भारत वर्ष में प्रथम है। जिसमें अमेरिका से नवीन टेक्नालॉजी के आधार पर डीजल लोकोमोटिव इंजनों का निर्माण होगा। निर्मित इंजनों में 40 प्रतिशत तक डीजल की खपत कम होगी तथा कार्बन उत्सर्जन भी कम होगा।