भोपाल, दिसम्बर 2014/ जिला सैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा 9 दिसम्बर को सैनिक विश्राम गृह प्रांगण में सशस्त्र सेना झण्डा दिवस समारोह के उपलक्ष्य में वीरमाता श्रीमती निर्मला शर्मा द्वारा सैरेमिक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
कार्यक्रम में संचालक सैनिक कल्याण मध्यप्रदेश ब्रिगेडियर आर.एस.नोटियाल ने उपस्थित सैन्य अधिकारियों, पूर्व सैनिकों, उनके परिवारों के सदस्यों एवं गणमान्य नागरिकों के संबोधित करते हुए बताया कि जो जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गये हैं उनके पुण्य स्मरण कर उनके सम्मान में सशस्त्र सेना झण्डा दिवस प्रतिवर्ष 07 दिसम्बर को मनाया जाता है। इस दिवस का इतिहास ब्रिटिश साम्राज्य के समय मनाये जाने वाले रिमेम्बरेंस डे या पापी डे से जुड़ा हुआ है, वे इस दिवस को अपने भूतपूर्व सैनिक के सम्मान में मनाते थे और जनसाधारण से धन एकत्र कर बदले में उन्हें कागज के फूल या पापी बांटते थे।
इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल डी.सी.गोयल ने बताया कि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम ऐसे युद्ध विधवाओं, भूतपूर्व सैनिकों एवं निराश्रितों की देखभाल करें जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है उनका सम्मान करें एवं अपनी कृतज्ञता दिखाएं। झण्डा दिवस पर एकत्र की गई राशि से सैनिकों एवं उनके परिवारों के कल्याणकारी योजनाओं और उनके पुनर्वास में लगाई जाती है। इस दिवस पर दी गई स्वैच्छिक राशि इस बात को बताती है कि हम इन वीर सैनिकों के साथ हैं उन्हें सहयोग कर रहे हैं और यही जज्बा उनके मनोबल को बढ़ाता है।
उल्लेखनीय है कि प्रति वर्ष की तरह वीरमाता श्रीमती निर्मला शर्मा द्वारा स्व-निर्मित सैरेमिक कलाकृतियों की 09 से 11 दिसम्बर तक प्रदर्शनी लगाई जाती है जिसमें विक्रय की गई वस्तुओं की सकल राशि सशस्त्र सेना झण्डा दिवस निधि में वीरमाता द्वारा दान कर दी जाती है।