रामेश्वरम तीर्थ का नाम सुना था। अब दर्शन भी मिलेगें। बेटे देते तो तीर्थ यात्रा को जाते किन्तु सरकार ने श्रवण कुमार का काम कर बेटे का धर्म भी निभाया। यह सब कहना है उन तीर्थ यात्रियों का जिनके नाम गत दिनों लाटरी में खुले थे और आज वे सभी रामेश्वरम तीर्थ यात्रा के लिए रवानगी से पूर्व कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्र हुए थे। तीर्थ यात्रा से पूर्व किसी को उनके घर से हार-फूल माला पहनाकर बिदा किया गया था तो किसी तीर्थ यात्री को बिदा करने उनकी बहन, सास, बहू और किसी-किसी के नाती उन्हें तीर्थ यात्रा में जाने के लिए बिदा करने कलेक्ट्रेट परिसर तक आए थे।
रवानगी से पूर्व केलकच्छ उदयपुरा के बेनी प्रसाद ने बताया कि उसके पास तीर्थ यात्रा में जाने के लिए पैसा नहीं था। वह कभी भी तीर्थ यात्रा में नहीं जा सकता था। उसने कहा कि रामेश्वरम तीर्थ का नाम सुना था। अब दर्शन भी मिलेगें। सरकार ने श्रवण कुमार बनकर बेटे का धर्म भी निभाया। तीर्थ यात्रा के लिए उसके साथ उसकी मां सुनीता बाई और पत्नि कला बाई तीर्थ यात्रा में जाने के लिए साथ थी। ऐसा ही कहना था लक्खू, नारायण और बेगमगंज के कन्हैयालाल और गंगा बाई का। कन्हैयालाल ने बताया कि वह मजदूर है। न सरकार भेजती और न ही वह तीर्थ दर्शन को जा पाता। जनम-मरण तक के लिए सरकार साथ है।
गोपालपुर रायसेन की छोटी बाई ने कहा कि वह घर में रहती है मोड़ा-मोड़ी की देखभाल करती है। छोटी बाई को तीर्थ यात्रा में जाने के लिए बिदा करने उसकी नन्द कस्तूरी बाई और बहू छोटी बाई आई हुई थी। छोटी बाई ने अपनी बहू की सराहना करते हुए कहा कि वह भी मेरी नाम राशि है। इसी प्रकार अर्जुन नगर की सुशीला देवी को तीर्थ यात्रा में बिदा करने बेटा सुशील, नाति संदीप और सौरभ, पुत्री अनसुईयां एवं पड़ोसन प्रेम बाई भी आई हुई थी।
कलेक्ट्रेट परिसर में तीर्थ यात्रा में जाने से पूर्व खेतीहर मजदूर सलामतपुर के रामदयाल और खुशीलाल को हार पहनाकर घरवालो ने बिदा किया। खुशीलाल को तीर्थ यात्रा में जाने की जितनी खुशी थी पत्नि को साथ न ले जा पाने का उतना दुख भी था। वह निर्धारित प्रपत्र में अपनी पत्नि का नाम साथ नहीं लिख पाया था। खुशीलाल को छोड़ने उसकी पत्नि गया बाई और बहन फूल बाई आए हुए थे। खुशीलाल ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह सब भैया की कृपा है।
रायसेन जिले के 115 रामेश्वरम तीर्थ यात्रियों से भरी बस को अपर कलेक्टर श्री एस.सी. शुक्ला ने हरी झंडी दिखाकर भोपाल के लिए रवाना किया। जहां से वे रेल द्वारा रामेश्वरम तीर्थ यात्रा के लिए रवाना होगें।