भोपाल, नवम्बर 2014/ राज्य स्तरीय स्वच्छता महोत्सव के अवसर पर आज यहाँ उत्कृष्ट कार्यों के लिये चयनित जिलों, जनपद और ग्राम पंचायतों को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार स्वरूप शील्ड और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया गया।

प्रदेश में सर्वाधिक शौचालय निर्माण के लिये सीहोर, भोपाल और नरसिंहपुर जिला कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और जिला समन्वयक को राज्य-स्तरीय पुरस्कार दिया गया। ग्राम पंचायतों को खुले में शौच की बुराई से मुक्त करने के लिये सीहोर, हरदा और रायसेन के जिला कलेक्टर डॉ. सुदाम खांडे, श्री रजनीश श्रीवास्तव, श्री नरेश कुमार पाल, श्री जे.के. जैन और श्री निशांत वरवड़े, मुख्य कार्यपालन अधिकारी और जिला समन्वयक को राज्य-स्तरीय पुरस्कार दिये गये। खुले में शौच की बुराई से मुक्त बनाने के उत्कृष्ट कार्य करने वाली 17 जनपद पंचायत के साथ ही 105 ग्राम पंचायत, 20 आँगनवाड़ी और 2 विद्यालय को भी राज्य-स्तरीय पुरस्कार प्रदान किये गये।

अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्रीमती अरूणा शर्मा ने कहा कि देश-प्रदेश की समृद्धि के लिये स्वच्छता जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प के अनुरूप संपूर्ण देश के साथ प्रदेश को भी वर्ष 2019 तक खुले में शौच की बुराई से पूरी तरह मुक्त कर दिया जायेगा। श्रीमती शर्मा ने ग्रामीण महिलाओं में स्वच्छता के प्रति आई चेतना को भी सराहा। उन्होंने कहा कि शौचालय बनाने के साथ ही उनका नियमित उपयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि गाँव की नियमित स्वच्छता के लिये पंचायत प्रतिनिधियों और ग्राम पटेल को सक्रियता से कार्य करना होगा। गाँव की सड़कों, नालियों और स्कूल तथा आँगनवाड़ियों के शौचालय की नियमित साफ-सफाई के लिये पंच-परमेश्वर योजना में आगामी वर्ष से एक-एक सफाईकर्मी का इंतजाम किया जायेगा।

सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री संजीव कुमार झा ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता अभियान के प्रति ग्रामीणों में व्यापक चेतना आई है। गाँव में लोग शौचालय निर्माण और उनका उपयोग करने के बारे में जागरूक हुए हैं। यूनिसेफ के प्रदेश प्रमुख श्री ट्रेवोर क्लार्क ने कहा सभी ग्रामीण घरों के लिये शौचालय निर्माण की चुनौती का सामना सबको मिल-जुलकर करना है। समुदाय संचालित स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने में यूनिसेफ सहयोग देगा।

कलेक्टर सीहोर डॉ. सुदाम खांडे तथा देवास जिले की बागली जनपद की ग्राम पंचायत नयापुरा की सरपंच श्रीमती निर्मला कठाले ने भी स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता लाने किये गये कार्यों और अनुभवों को बताया। अभियान पर आधारित एनिमेशन फिल्म और स्वच्छता को भी प्रदर्शित किया गया। इस मौके पर आयुक्त मनरेगा श्रीमती सीमा शर्मा, आयुक्त एकीकृत बाल विकास श्रीमती पुष्पलता सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य आजीविका फोरम श्री एल.एम. बेलवाल, अपर मिशन संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र डॉ. अरूणा गुप्ता और एम.पी.टास्ट के राज्य प्रमुख श्री श्रीकृष्णा स्वामी भी मौजूद थे। राज्य कार्यक्रम अधिकारी जल एवं स्वच्छता मिशन श्रीमती हेमवती बर्मन ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में अब हर छः माह के अंतराल से स्वच्छता महोत्सव का आयोजन होगा।

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