मुरैना में एक महिला ने ऐसा काम कर दिखाया है कि उसके इलाके के पुरुष भी हैरान हैं. विधवा होने पर घर बैठने की हिदायत देने पर भी समाज के खिलाफ जाकर जब महिला ने खेती संभाली तो फसल की ऐसी पैदावार हुई कि वो नेशनल एवरेज से तिगुनी से भी ज्यादा निकली.
जिले के पहाड़गढ़ के पास जलालपुरा में रहने वाली रेखा के पति की असमय मृत्यु हुई तो उसका जैसे सबकुछ छिन गया. घर से लेकर तीनों बच्चों की जिम्मेदारी अब रेखा पर थी और कमाई का साधन सिर्फ पति का एक हेक्टेयर का खेत.
पति का साथ छूटा तो समाज ने कहा कि विधवा हो घर में बैठो, लेकिन बच्चों के खातिर उसने एक न सुनी और खुद खेती संभालने का फैसला किया. ये फैसला पुरुष प्रधान समाज के लोगों को अच्छा नहीं लगा, जिस वजह से रेखा के लिए खेती करना और मुश्किल हो गया.
हिम्मत कर रेखा ने खुद एक हेक्टेयर में खेत चलाया और खेती की नई तकनीक अपनाते हुए बाजरा बोया और उसकी देख-रेख की. देखते ही देखते रेखा का पूरा खेत हरा-भरा हो गया. जब फसल कटाई की और उसे तोला गया तो रेखा को खेती करने से रोकने वाले गांव के पुरुष भी हक्के-बक्के रह गए.
रेखा की जो फसल हुई वो 50 क्विंटल निकली यानि नेशनल एवरेज 15 क्विंटल के तीन गुने से भी ज्यादा. इस उपलब्धि पर अब रेखा को खुद पीएम नरेंद्र मोदी सम्मानित करेंगे. पुरस्कार के रूप में इस हिम्मतवाली महिला किसान को एक लाख रुपए का चेक और प्रशंसा पत्र दिया जाएगा.