भोपाल, जुलाई 2012। राज्यपाल राम नरेश यादव ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शीर्ष अधिकारी होने के नाते समाज और लोगों की आपसे बहुत अपेक्षाएँ होती हैं। अपने कार्यों से इन अपेक्षाओं पर खरा उतरना आपका नैतिक दायित्व है। उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2011बैच के नौ परिवीक्षाधीन अधिकारी आज राज्यपाल से भेंट करने राज भवन पहुँचे थे।

राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि आप अपनी मेहनत और योग्यता से देश की शीर्ष सेवा के लिए चुने गये हैं। आप बिना किसी दबाव में आये राष्ट्र हित और समाज हित में अपने कर्त्तव्यों का निडरता से पालन करें। अनुशासन, संयम, समय की पाबंदी,निष्पक्षता और निःस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले व्यक्ति को सदैव याद किया जाता है। कमजोर और गरीब लोगों के प्रति संवेदनशीलता बरतते हुए समस्याओं का तत्काल समाधान करने की प्रवृत्ति विकसित करें।

पूर्व में राज्यपाल ने प्रत्येक प्रशिक्षु अधिकारी के पास स्वयं जाकर उनका परिचय प्राप्त किया। और प्रशिक्षुओं द्वारा पूछे गये प्रश्नों के उत्तर भी दिये और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।

प्रशासन अकादमी के संचालक राकेश अग्रवाल ने बताया कि ये अधिकारी वर्तमान में आर.सी.वी.पी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रशिक्षण अकादमी मध्यप्रदेश भोपाल में छह सप्ताह का प्रशिक्षण ले रहे हैं। सभी अधिकारी पूर्व में मसूरी में अपना एक वर्ष का प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके हैं। इन अधिकारियों की प्रदेश के जिलों में पदस्थापना हो चुकी है। प्रशिक्षण और विभागीय परीक्षा के बाद सभी अधिकारी अपने कर्त्तव्य- स्थलों पर कार्यभार ग्रहण करेंगे। इन अधिकारियों को प्रशासन के विभिन्न विषयों, विभिन्न विभागों में प्रशिक्षण के साथ-साथ मध्यप्रदेश की भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधताओं से परिचित करवाने के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थलों का भ्रमण भी करवाया गया है। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री विनोद सेमवाल और प्रशासन अकादमी की संयुक्त संचालक डा. प्रज्ञा अवस्थी भी उपस्थित थीं।

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