भोपाल, दिसंबर 2012/ मुख्य सचिव आर. परशुराम ने ग्रामीण विकास कार्यक्रमों, स्वास्थ्य योजनाओं के और अच्छे अमल, कुपोषण समाप्ति और राजस्व मामलों के त्वरित निराकरण के लिए जिलों में प्रयास तेज करने को कहा है। मुख्य सचिव आज प्रशासन अकादमी में कलेक्टर्स-कमिश्नर्स बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव ने कहा कि फील्ड में पदस्थ अधिकारी संसाधनों के बेहतर उपयोग से, नई उपलब्धियां और अच्छे परिणाम हासिल करें।

मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में अनेक क्षेत्रों में काफी अच्छा कार्य हुआ है और मध्यप्रदेश कई प्रांतों से आगे भी है। वर्तमान में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए पर्याप्त बजट और मानव संसाधन उपलब्ध हैं जिसका लाभ लेते हुए जनता को अधिक सुविधाएँ उपलब्ध करवाने पर ध्यान दिया जाए। श्री परशुराम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए अनेक उपयोगी कार्यक्रम लागू हैं। निःशुल्क औषधि वितरण जैसे नए कार्यक्रम नागरिकों के हित के लिए प्रारंभ किए गए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में अस्पतालों में बेहतर प्रबंधन को भी प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए नवाचारों की जानकारी प्राप्त की और इनका अन्य जिलों में विस्तार आवश्यक माना। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में कुपोषण समाप्ति का अभियान संचालित किया जा रहा है। अब छः जिले में समुदाय आधारित पायलेट प्रोजेक्ट प्रारंभ किया जा रहा है जिसका उद्देश्य अति कम वजन वाले और गंभीर रुप से कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य स्तर में सुधार लाना है। मुख्य सचिव ने कहा कि राजस्व समाधान शिविरों के आयोजन को परिणाममूलक बनाएं। इसके साथ ही उद्योगों की स्थापना के लिए नई उदार नीति को लागू करने में आवश्यक कदम उठाए जाएं। बैठक में अपर मुख्य सचिव खाद्य श्री अंटोनी जे.सी. डिसा उपस्थित थे।

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