भोपाल, मार्च 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि हाल ही में प्रदेश के जिन ग्राम में ओला वृष्टि हुई है, वहाँ तत्काल सर्वे प्रारंभ किया जाय। उन्होंने कहा है कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार किसानों के साथ है। मुख्यमंत्री खुद भी ओला प्रभावित क्षेत्रों में जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने यहाँ बैठक में ओला वृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि संयुक्त सर्वे दलों में राजस्व, कृषि और पंचायत के अमले को शामिल किया जाय। सर्वे के दौरान नुकसान के आंकलन की जानकारी पंचायत में प्रकाशित की जाय। मुख्यमंत्री ने असमय वर्षा और ओला वृष्टि के मद्देनजर प्रदेश में फिलहाल अन्त्योदय मेलों के आयोजन को स्थगित करने को कहा।

बताया गया कि प्रदेश में ओला वृष्टि से प्रदेश के 14 जिलों के 450 ग्राम प्रभावित हुए हैं। इन ग्रामों में मुख्य रूप से गेहूँ और चने की फसल को नुकसान हुआ है। नीमच और मंदसौर जिले में इसबगोल और धनिया की फसल को हुए नुकसान की जानकारी भी बैठक में दी गयी। इन फसलों में नुकसान पर भी राजस्व पुस्तक परिपत्र की धारा 6-4 के तहत सहायता दी जाती है। बैठक में राजस्व मंत्री रामपाल सिंह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव इकबाल सिंह बैंस तथा एस.के. मिश्रा, प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा और प्रमुख सचिव राजस्व अरूण तिवारी भी उपस्थित थे।

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