भोपाल, जुलाई 2014/ भोपाल संभाग कमिश्नर एस.बी.सिंह ने नरेगा के तहत आयोजित कार्यशाला में मौजूद अधिकारियों से कहा कि वे कन्वरजेंस के साथ ही श्रम आधारित कामों की ओर भी ध्यान दें। उन्होंने संभाग में नरेगा के तहत किए गए बेहतर कार्यों के लिए अधिकारियों की प्रशंसा की।
कमिश्नर ने कहा कि नरेगा एक ऐसी योजना है जिसमें समन्वित रूप से प्रयास कर बेहतर नतीजे हासिल किए जा सकते हैं। राजगढ़ जिले में हुए कार्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि अन्य जिले भी इसी तरह काम कर अपनी रेकिंग में और अधिक सुधार ला सकते हैं। कन्वरजेंस की ओर ध्यान देने की जरूरत बताते हुए कहा कि संबंधित विभाग सहयोगात्मक भूमिका निभाकर अपने कार्य को संतोषप्रद स्थिति में ले जा सकते हैं। उन्होंने बंजर और उजाड़ पहाड़ियों पर प्लांटेशन की ओर ध्यान देने की जरूरत बताई और कहा कि इस दिशा में काम करने के अवसर अधिक हैं।
नरेगा योजना में अभिसरण कन्वरजेंस पर आयोजित इस एक दिनी कार्यशाला में कृषि, मत्स्य, पशुधन, आदिम जाति कल्याण, उद्यानिकी आदि विभाग के संभाग स्तरीय अधिकारियों सहित नरेगा से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे। कार्यशाला में नरेगा अंतर्गत विभागीय योजनाओं के अभिसरण के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष हेतु आवश्यक रणनीति तैयार करने पर विस्तृत चर्चा की गई। संबंधित विभागों द्वारा इस योजना में किए जाने वाले कार्यों की जानकारी का आदान प्रदान किया गया। कृषि, उद्यान, पशुपालन, मछली पालन, रेशम आदि विभागों के अधिकारियों ने कार्यशाला में प्रजेन्टेशन के जरिये जानकारी दी।