भोपाल, नवम्बर  2014/ एक समझाइश और ग्रामीणों के श्रम ने 13 एकड़ बंजर जमीन को उपजाऊ बना दिया है। यह हकीकत है अनूपपुर जिले के बागडुमरा और शिकारपुर गाँव की।

छत्तीसगढ़ सीमा से लगे हुए इन गाँव में कई एकड़ भूमि बंजर पड़ी है। किसानों के पास जमीन थी पर उसके लिए वह बेकार थी। इन गाँव के समीप नरवा नाला बहता है। पर ग्रामीण इसके पानी का उपयोग नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में जन-अभियान परिषद् उनके काम आया। परिषद् के कार्यकर्ता ने ग्रामीणों को नाले के ऊपर बोरी-बँधान बनाने की समझाइश दी। इसका असर भी हुआ। ग्रामीणों ने श्रमदान से नाले पर कुछ ही दिन में बोरी बँधान तैयार कर दिया। इसमें उनकी मदद परिषद् की प्रस्फुटन समिति बगडुमरा ने की।

वर्षों से सूखी खेती कर किसी तरह जीवन-बसर करने वाले 13 एकड़ भूमि के मालिक किसान अब खुश हैं। वे अब बारहों माह फसल ले सकते हैं। उन्होंने इसकी शुरूआत पहली बार रबी की फसल लेकर की है। इस सफलता से आसपास ग्रामीण भी प्रेरित हुए हैं और वे भी ऐसा ही उपाय करने में जुट गए हैं।

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