भोपाल, मार्च 2015/ गृह एवं जेल मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि समाज में ऐसे वृद्धजन के सम्मान और उनकी बेहतर देखभाल के मूल्य पुनस्थापित करने की जरूरत है। भारतीय संस्कृति विश्व को कुटुम्ब मानने की रही है। इस संस्कृति में वृद्धाश्रम की जरूरत नहीं है। श्री गौर आज हेल्पेज इण्डिया के वरिष्ठ नागरिकों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
श्री गौर ने चिन्ता प्रकट की कि जीवनभर परिश्रम करने के बाद बुजुर्ग होने पर व्यक्ति को वृद्धाश्रम की शरण में जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को शुरू से ऐसे संस्कार दिये जाये कि वे बुजुर्गों की घर में ही बेहतर देखभाल करें।
इस अवसर पर ‘स्टेट ऐल्डरली इन इण्डिया” पुस्तक भी रिलीज की गई। हेल्पेज इण्डिया के डायरेक्टर विकास कटारिया, स्टेट हेड सुश्री संस्कृति खरे मौजूद थीं।