भोपाल, नवम्बर 2015/ सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि वित्तीय समावेशन समय की जरूरत है और सहकारिता इसकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों के परम्परागत कामकाज में नवीनता लाने की जरूरत है। यह भी जरूरी है कि इन बैंकों में पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित कर्मचारी नियुक्त हों तथा बैंकों की विश्वसनीयता और प्रामाणिकता बढ़े। श्री भार्गव आज यहाँ अखिल भारतीय सहकारी सप्ताह का समापन कर रहे थे। प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी सहित सहकारिता के विषय-विशेषज्ञों ने वित्तीय समावेशन की चुनौतियों पर संगोष्ठी में विचार व्यक्त किये। इस मौके पर ‘सहकारिता में नवाचार” विशेषांक का विमोचन हुआ।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि समाज के कमजोर तबकों की वित्तीय आवश्यकता को पूरा करने की दिशा में सहकारी बैंकों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जन-धन योजना में सहकारी बैंकों में वाणिज्यिक बैंकों की तुलना में अधिक बैंक खाते खोले गये हैं। यह जरूरी है कि जन-हित में सहकारी बैंक संस्थाओं की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया जाये।
प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी ने कहा कि बदलते परिवेश में बढ़ती जरूरतों के साथ-साथ बैंकों से लोगों की अपेक्षाएँ बढ़ी हैं। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी सहकारी बैंकों द्वारा व्यापक योगदान दिया जा रहा है। वित्तीय समावेशन में सहकारी समितियाँ अग्रणी भूमिका निभाएँ।
वरिष्ठ नागरिक कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री व्ही.जी. धर्माधिकारी ने कहा कि जन-धन योजना के जरिये बड़ी तादाद में आम लोगों को बैंकों से जोड़ा गया है। उनके लिये वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम के सतत आयोजन किया जाना जरूरी है।
आयुक्त एवं पंजीयक सहकारिता श्री मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि संगोष्ठी से वित्तीय समावेशन की विभिन्न चुनौतियों से सफलता से निपटने के बारे में दिशा मिलेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सभी बैंक द्वारा कुल 78.84 लाख किसान क्रेडिट-कार्ड जारी किये गये हैं। इनमें से 51.52 लाख क्रेडिट-कार्ड प्राथमिक सेवा सहकारी समितियों ने जारी किये हैं, जो वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में सहकारी बैंकों के महत्वपूर्ण योगदान को दिखता है।
भारतीय रिजर्व बैंक के महा प्रबंधक श्री एच.के. सोनी, नाबार्ड के उप महा प्रबंधक श्री हेम्बरन, सहकारिता विशेषज्ञ श्री एल.डी. पंडित, पूर्व अपर आयुक्त सहकारिता श्री पी.डी. मिश्रा ने भी संबोधित किया। प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक श्री प्रदीप नीखरा ने आभार माना।