भोपाल, नवंबर 2012/ विश्व में बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने में मध्यप्रदेश ने अपना वैज्ञानिक योगदान देना प्रारंभ कर दिया है। वन मंत्री सरताज सिंह ने यहाँ राष्ट्रीय कार्बन प्रोजेक्ट के तहत बैतूल जिले के तावड़ी में गत वर्ष स्थापित देश के चौथे कार्बन फ्लक्स टॉवर की प्रथम तकनीकी रिपोर्ट का विमोचन किया। रिपोर्ट में जानकारी दी गई कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के सहयोग से स्थापित इस टॉवर ने एक वर्ष से भी कम समय में 16 टन कार्बन का अवशोषण किया है। यह टॉवर एक सेकेण्ड में 10 बार हवा में गैसों की मात्रा का मापन करता है। इसमें स्थापित कैमरे वनस्पति में हो रहे परिवर्तन की छवि रोज कैद करते रहते हैं। वन एवं राजस्व राज्य मंत्री जयसिंह मरावी, इसरो के निदेशक डॉ. नागेश्वर राव, वैज्ञानिक डॉ. वी.के. डडवाल और प्रधान मुख्य वन संरक्षक आर.के. दवे भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

वन मंत्री ने प्रदेश को देश का चौथा राष्ट्रीय कार्बन फ्लक्स टावर (बैतूल) देने के लिये इसरो का आभार प्रकट किया। उन्होंने राष्ट्रीय कार्बन प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश में अगले टॉवर की स्थापना की घोषणा का स्वागत भी किया। पूरे विश्व में इस तरह के 657 टॉवर काम कर रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि रिपोर्ट में प्रस्तुत कार्बन डाई आक्साइड की अवशोषण दर का वैज्ञानिक अनुसंधान और अध्ययन कार्य का विवरण मध्यप्रदेश में वानिकी अनुसंधान के लिये भी अति महत्वपूर्ण होगा। वन राज्य मंत्री मरावी ने कहा कि बैतूल कार्बन फ्लक्स टॉवर से प्राप्त आँकड़ें नेटकॉम के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र संघ को भेजे जायेंगे। इससे अंतर्राष्ट्रीय पटल पर मध्यप्रदेश की उपस्थिति दर्ज होगी।

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