भोपाल, जून 2015/ मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा ने राज्य स्तरीय बेंकर्स समिति की अध्यक्षता करते हुए कहा कि रोजगार योजनाओं में और अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिये बेंकर्स और राज्य शासन के अधिकारी अपने प्रयासों को बढ़ायें। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी, मुख्यमंत्री स्व-रोजगार और मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना में विगत वर्ष 97 से 99 प्रतिशत प्रकरण में राशि का वितरण इन योजनाओं के सफल अमल का प्रमाण है। मुख्य सचिव ने कहा कि रोजगार योजनाओं की समीक्षा के लिये अगले माह बेंकर्स समिति की विशेष बैठक की जायेगी। बैठक में सेन्ट्रल बेंक आफ इण्डिया के अध्यक्ष आर.सी. लोढ़ा विशेष रूप से उपस्थित थे।
बैठक में मुख्य सचिव ने विभिन्न योजना में हितग्राहियों को वितरित ऋण की जानकारी प्राप्त की। बैठक में नवीन बीमा योजनाओं और अटल पेंशन योजना में अर्जित उपलब्धियों की जानकारी दी गई। मुख्य सचिव ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना से लगभग एक करोड़ नागरिक को जोड़ा जा चुका है। लगभग 3 करोड़ लोगों को जोड़ने के लक्ष्य पर कार्य हो रहा है। इसमें मध्यप्रदेश अन्य राज्य के मुकाबले आगे है। प्रदेश में देश की आबादी का छह प्रतिशत हिस्सा निवास करता है जबकि इन योजनाओं से जोड़े गये देश के कुल नागरिकों में से प्रदेश के नागरिकों की संख्या 8 प्रतिशत है।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना में भी प्रदेश ने बेहतर अमल किया है। इसी तरह मध्यप्रदेश हितग्राही के बेंक खातों में सीधे राशि जमा करने की व्यवस्था को मजबूत बना चुका है। छात्रवृत्ति, पेंशन, अनाज उपार्जन की राशि, मनरेगा की लगभग 30 हजार करोड़ की राशि का भुगतान बेंक खातों में किया गया। बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण आवासीय मिशन में गत वित्त वर्ष में एक लाख 54 हजार हितग्राही लाभन्वित हुए हैं। शहरी निर्धन आवासीय योजना, स्व-रोजगार क्रेडिट कार्ड तैयार करने और बुनकरों के लिये क्रेडिट कार्ड बनाने के कार्य की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान वार्षिक साख योजना 2015-16 पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास अरुणा शर्मा, अपर मुख्य सचिव वित्त अजय नाथ, अपर मुख्य सचिव पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण और जन शिकायत निवारण राकेश अग्रवाल, सचिव मुख्यमंत्री, आयुक्त संस्थागत वित्त एवं नगरीय विकास और पर्यावरण विवेक अग्रवाल बैठक में उपस्थित थे।