भोपाल, दिसंबर 2012/ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों की स्थिति सुधारने के लिये प्रतिबद्ध है। इसके लिये भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को हर स्तर पर अपेक्षित सहयोग दिया जायेगा। इसके बावजूद यदि राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण और मरम्मत में विलम्ब होता है तो केन्द्रीय मंत्रालय से चर्चा की जायेगी।
श्री चौहान यहाँ भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। यह बैठक प्राधिकरण और लोक निर्माण विभाग के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और आपसी सहमति के लिये मुख्यमंत्री की पहल पर बुलाई गयी थी।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से चीफ जनरल मैनेजर नई दिल्ली आर.के.सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक आई.के.पाण्डे, परियोजना संचालक एस.के.सिंह एवं प्रदेश की ओर से लोक निर्माण मंत्री नागेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव आर.परशुराम, प्रमुख सचिव लोक निर्माण के.के.सिंह, सचिव मुख्यमंत्री विवेक अग्रवाल एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में राष्ट्रीय राजमार्गों की बदतर स्थिति को सुधारने और निर्माण से संबंधित बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जनवरी के अंत तक राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत का काम पूरा हो जायेगा। कुछ सड़कों पर पुल निर्माण के लिये केन्द्रीय मंत्रालय से स्वीकृति की जरूरत होगी। इसके अलावा राज्य एवं केन्द्र से पर्यावरण संबंधी स्वीकृतियाँ एवं मुआवजा वितरण संबंधी कार्यवाही में सहयोग की अपेक्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य की ओर से हर स्तर पर सहयोग का आश्वासन दिया।
श्री चौहान ने निर्माण एवं मरम्मत के कार्य की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया। लम्बे समय से मात्र अनुबंध पूरा नहीं होने से निर्माण में विलम्ब की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इससे लागत बढ़ती है और नई स्वीकृतियाँ लेने में और भी ज्यादा विलम्ब होता है। जिन राष्ट्रीय राजमार्गों की स्थिति मरम्मत के बाद भी नहीं सुधरती उन्हें नये सिरे से बनाने के लिये भी प्राधिकरण को पहल करना चाहिये। खराब सड़कों से लोगों को तकलीफ होती है। परिवहन एवं व्यापार प्रभावित होता है। यह केवल प्रदेश का विषय नहीं है। यह राष्ट्र की प्रतिष्ठा का भी सवाल है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि मध्यप्रदेश से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण एवं मरम्मत में तेजी लायी जायेगी।
बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 3 आगरा-मुम्बई में ग्वालियर-देवास, इंदौर-देवास को सुधारने संबंधी चर्चा हुई। प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि शिवपुरी-देवास में 50 प्रतिशत मरम्मत का काम पूरा हो गया है और जनवरी अंत तक पूरा हो जायेगा। इसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 7-वाराणसी-कन्याकुमारी में रीवा-जबलपुर, लखनादौन-सिवनी, रीवा-मैहर-कटनी, जबलपुर-लखनादौन में चल रहे मरम्मत के कार्य को पूरा करने का आश्वासन दिया गया। प्राधिकरण की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 59-ए इंदौर-बैतूल, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 59 इंदौर-अहमदाबाद में इंदौर-धार-लेबड़, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 69-ओबेदुल्लागंज-नागपुर, इटारसी-बैतूल, भोपाल-इटारसी, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 75- ग्वालियर- बेला, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 86-सागर-कानपुर, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 86 के विस्तार-भोपाल-सागर, का मरम्मत कार्य भी शीघ्र ही पूरा करने का आश्वासन दिया गया।