भोपाल, सितम्बर 2014/ आदिम-जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री ज्ञान सिंह ने आज आदिवासी उत्कृष्ट खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में कहा कि प्रदेश में पहली बार 214 उत्कृष्ट आदिवासी खिलाड़ी तैयार हुए हैं। इनमें से 27 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हैं। प्रदेश में 22 खेल परिसर, 1068 हाईस्कूल और 664 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा के साथ खेल गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। साथ ही खेल प्रतियोगिताएँ विकासखण्ड, जिला, क्षेत्रीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जा रही हैं।
श्री ज्ञान सिंह ने कहा कि अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा के लिये नि:शुल्क कोचिंग दी जा रही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप इस वर्ग के 50 छात्र-छात्राओं का विदेश में उच्च अध्ययन के लिये चयन किया गया है।
श्री ज्ञान सिंह ने 27 उत्कृष्ट खेल प्रतिभाओं का सम्मान किया। इनमें प्रथम स्थान पाने वाले को 21 हजार, द्वितीय स्थान वाले को 15 हजार और तृतीय स्थान पाने वाले को 11 हजार रुपये साथ ही पदक, प्रशस्ति-पत्र एवं ट्रेक सूट प्रदान किया गया। सामूहिक प्रतियोगिता में सहभागी 187 खिलाड़ियों में से प्रत्येक को 4,000 रुपये का चेक एवं ट्रेक सूट से सम्मानित किया गया। विभाग के 214 खिलाड़ी ने वर्ष 2013-14 में राष्ट्रीय-स्तर की फुटबाल, व्हालीबाल, हेण्डबाल, कबड्डी, तीरदांजी, योगा, कराटे आदि प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया है।
विभागीय खेल परिसरों में विद्यार्थियों को प्रतिदिन 100 रुपये शिष्यवृत्ति दी जा रही है। खेल किट के लिये प्रतिवर्ष प्रति विद्यार्थी 3000 रुपये, शिक्षा व्यय के लिये 1000 हजार, शत-प्रतिशत आवागमन व्यय तथा प्रतियोगिताओं के लिये गणवेश एवं खेल किट प्रदाय की जा रही है। मंत्री ने विभागीय व्यायाम अनुदेशक और प्रशिक्षकों को भी सम्मानित किया।