भोपाल, जनवरी 2016/ राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री रामपाल सिंह ने समन्वय भवन में आयोजित पैक्स के सफर के राज्य-स्तरीय भू-अधिकार सम्मेलन में कहा कि स्वयंसेवी संस्थाएँ शासन की जन-कल्याणकारी योजना के क्रियान्वयन में सहभागिता निभाएँ। गरीब के करीब जाने पर ही वास्तविकता का पता चलता है। समाज के अंतिम पँक्ति के व्यक्ति को शासन की प्रत्येक योजना का लाभ मिलना चाहिये। बुलंद आवाज और बढ़ते कदम की पहल इसमें सार्थक भूमिका निभा रही है।
मुख्यमंत्री ने सर्वहारा वर्ग के कल्याण के लिये अनेक योजना संचालित की हैं। भू-सुधार आयोग का गठन भी किया गया है। वर्ष 2016 को गरीब कल्याण वर्ष घोषित किया गया है। हर पात्र व्यक्ति का नाम गरीबी रेखा की सूची में जुड़े। सांसद, विधायक, शासन के वरिष्ठ अधिकारी, कलेक्टर और मैदानी अमला अनुसूचित-जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, गरीब निर्धन व्यक्ति की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करें। राज्य शासन की समस्याओं के लिये सरकार हर-संभव मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि गरीब की थाली अब न रहेगी खाली, इस बात का ध्यान रखा जाये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन-धन योजना, बीमा योजना के माध्यम से हर गरीब व्यक्ति बैंकों से जुड़े हैं। शासन ने गरीबों को वनाधिकार पट्टे दिये हैं। रहने के लिये गरीब के पट्टे प्रदान किये हैं। गरीबों के लिये पढ़ाई और दवाई की व्यवस्था की है। गरीबों की बेटियों के विवाह और निकाह करवाये जा रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति सेवा की भावना से कमजोर व्यक्ति की मदद कर पुण्य अर्जित करे। गरीब, कमजोर वर्ग को लाभ पहुँचाने में नियमों में परिवर्तन भी किया जा सकता है। पैक्स संस्था वर्ष में एक बार कार्यक्रम कर समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति की समस्याओं को सामने लाये, शासन द्वारा हर-संभव मदद की जायेगी। कार्यक्रम के अंत में बैतूल जिले के कलाकारों द्वारा मनमोहक आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के 17 जिले के प्रतिनिधि उपस्थित थे। मंत्री ने नृत्य दल को 10 हजार की राशि प्रदान करने की घोषणा की।