भोपाल, जनवरी  2015/ मध्यप्रदेश में वर्ष 2007 से निरंतर किया जा रहा सामूहिक सूर्य-नमस्कार इस वर्ष भी 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्म-दिवस पर होगा। सूर्य-नमस्कार में प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज, पंचायत और आश्रम-शाला आदि के विद्यार्थी बड़ी संख्या में भाग लेंगे। शीत लहर को देखते हुए प्रात: 11 से दोपहर 12.30 बजे तक शिक्षण संस्थाओं में सूर्य-नमस्कार करवाया जायेगा। सभी जिलों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

राज्य शासन ने समस्त कलेक्टर, संभागीय संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा, जिला शिक्षा अधिकारी, डाइट प्राचार्य और जिला परियोजना समन्वयकों को आयोजन में स्वयंसेवी संगठनों एवं आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। जन-सामान्य में चेतना जागृत कर आयोजन को विगत वर्षों की अपेक्षा अधिक व्यापक बनाने को कहा गया है। शिक्षण संस्थाओं में सूर्य-नमस्कार एक साथ-एक संकेत पर किया जायेगा। जिन शिक्षण संस्थाओं में मैदान नहीं है, वे निकटतम मैदान में यह करेंगे। सूर्य-नमस्कार में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश का प्रसारण भी होगा।

सफल सूर्य-नमस्कार के लिये शासन ने जिला-स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित की है। समिति द्वारा अशासकीय शिक्षण संस्थाओं तथा संबंधित विभाग, संगठन, पालक-शिक्षक संघ, योग संस्था, विवेकानंद केन्द्र, कन्या कुमारी आर्य समाज, विद्या भारती शिक्षा संस्थान, रामकृष्ण मिशन, गायत्री परिवार, आदिम-जाति कल्याण के छात्रावास, खेल क्लब, सेवानिवृत्त सैनिक, निकाय, मोहल्ला क्लब, मॉर्निंग वाकर्स, व्यायाम-शाला, हेल्थ क्लब, पंचायत, सहकारी संस्था, राष्ट्रीय एवं राज्य-स्तर पर पुरस्कृत प्रतिभा, भोज विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा केन्द्र, नगर एवं ग्राम सुरक्षा समितियाँ आदि की सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी।

मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, सांसद, विधायक, जिला पंचायत के अध्यक्ष, स्थानीय एवं नगरीय निकाय के पदाधिकारी, पार्षद आदि जन-प्रतिनिधि भी सूर्य-नमस्कार में शामिल होंगे। शासन ने प्रत्येक शिक्षण संस्थान एवं छात्रावास में निर्धारित समय पर सूर्य-नमस्कार के निर्देश दिये हैं। आयोजन में कक्षा पाँचवीं से बारहवीं तक तथा कॉलेज के विद्यार्थी शामिल होंगे। कक्षा एक से चार तक के बच्चे सूर्य-नमस्कार में शामिल नहीं होंगे, लेकिन वे दर्शक के रूप में मौजूद रहेंगे। सूर्य-नमस्कार का सीधा प्रसारण रेडियो के सभी प्रायमरी चेनल एवं विविध भारती से होगा। सभी जिलों को कार्यक्रम के पूरे समय तक आयोजन-स्थल पर रेडियो के संचालन की व्यवस्था के निर्देश दिये गये हैं। उच्च शिक्षा, आदिम-जाति कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय प्रशासन, वन, सहकारिता आदि विभाग द्वारा अपने अधीनस्थ संस्थाओं के लिये निर्देश भी जारी किये जा रहे हैं। शिक्षण संस्थाओं में आयोजन अनिवार्यत: होगा, ताकि कोई भी इच्छुक व्यक्ति किसी भी संस्था के कार्यक्रम में शामिल हो सके। स्कूलों में सूर्य-नमस्कार का पूर्वाभ्यास भी करवाया जायेगा। सूर्य-नमस्कार में छात्र स्कूल यूनिफार्म/ट्रेक-सूट और छात्राएँ सलवार सूट/ट्रेक-सूट में शामिल हो सकेंगे। कार्यक्रम की मार्गदर्शी बुकलेट सभी संस्थाओं को भेजी जा चुकी है।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों का भाग लेना पूर्णत: स्वैच्छिक रहेगा। शारीरिक/मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों को चिकित्सकीय परामर्श के बाद ही कार्यक्रम में भाग लेने की सलाह दी जायेगी। प्राचार्यों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि आयोजन में मुख्य अतिथि/विशिष्ट अतिथि आवश्यक रूप से सम्मिलित हों। स्कूल-कॉलेज को कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या की जानकारी भी एकत्रित करने के निर्देश दिये गये हैं।

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